विराट कोहली ने पाकिस्तान की सारी प्लानिंग की धज्जियां उड़ाते हुए भारत को चैंपियंस ट्रॉफी के मुकाबले में छह विकेट से जीत दिला दी.कोहली ने 111 गेंदों में नॉटआउट 100 रन बनाए.करीब डेढ़ साल के इंतजार के बाद उनके बल्ले से वनडेशतक निकला. हालांकि अपनी पारी के दौरान कोहली मुश्किल में पड़ सकते थे. अगर पाकिस्तानी खिलाड़ियों को भनक लग जाती तो वह अपनी सेंचुरी से चूक सकते थे. अपनी पारी के दौरान कोहली कुछ ऐसा कर बैठे, जिससे वह अपना विकेट गंवा सकते थे, मगर पाकिस्तानी टीम को भनक नहीं लगी और अब हार के बाद शायद मोहम्मद रिजवान की टीम को पछतावा हो रहा होगा.
ADVERTISEMENT
बात 21वें ओवर की है.कोहली उस वक्त 41 रन पर खेल रहे थे. हारिस रऊफ की गेंद को कवर और पॉइंट के बीच खेलते हुए उन्होंने तेजी से सिंगल लिया. क्रीज में पहुंचने के दौरान थ्रो रोकने की कोशिश में वह नीचे झुक गए.
हैरान करने वाला था कोहली का एक्शन
कोहली का यह एक्शन लॉजिकल नहीं लगा, क्योंकि कोई भी पाकिस्तानी फील्डर उनके पीछे गेंद को पकड़ने के लिए मौजूद नहीं था. हालांकि बाबर आजम थ्रो की ओर बढ़ने लगे थे, लेकिन वे अभी भी कुछ दूरी पर थे, जिससे कोहली का यह एक्शन और भी हैरान करने वाला था. उस वक्त भारतीय दिग्गज सुनील गावस्कर कमेंट्री बॉक्स में मौजूद थे. उन्होंने भी कोहली के इस एक्शन पर नाराजगी जताई. उनका कहना है कि कोहली भाग्यशाली रहे कि किसी ने अपील नहीं की. उन्होंने कहा-
उन्होंने गेंद को अपने हाथ से रोका. अगर पाकिस्तानी प्लेयर्स ने अपील की होती. उन्होंने ऐसा नहीं किया - तो यह फील्ड में बाधा (ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड ) पहुंचाना हो सकता था. शायद उस समय कोई भी बैकअप नहीं था. शायद वहां एक अतिरिक्त रन हो सकता था. मिडविकेट पर मौजूद फील्डर को डाइव लगाना पड़ता, लेकिन उन्हें थ्रो में बाधा डालने की कोई जरूरत नहीं थी. वह भाग्यशाली है कि किसी ने अपील नहीं की.
गावस्कर ने ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड होने का संकेत दिया. हालांकि कोहली ने जब थ्रो को रोका, तब वह क्रीज के अंदर आसानी से पहुंच गए थे.
ये भी पढ़ें: