भारतीय खिलाड़ी बीसीसीआई के नए फरमान के बाद इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के जरिए नए युग में कदम रख रहे हैं. इस बीच इंग्लैंड के कप्तान जॉस बटलर का एक बयान आया है जो भारतीय क्रिकेट बोर्ड को बुरा लग सकता है. उन्होंने कोलकाता में पहले टी20 मुकाबले से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि परिवार और बच्चों के विदेशी दौरों पर साथ रहने से कोई नुकसान नहीं होता है. उनका रहना काफी अहम होता है. बीसीसीआई ने हाल ही में 10 पॉइंट की गाइडलाइंस जारी की जिनमें विदेशी दौरों पर परिवार के साथ में रहने की अवधि को अधिकतम 14 दिन ही रखा गया है.
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बटलर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में परिवार के साथ रहने के सवाल पर कहा, यह मुश्किल सवाल है, नहीं?. यह अहम है. हम जिस समय और युग में रह रहे हैं और दौरों पर परिवार का साथ रहना बहुत अच्छा है. आजकल इतना क्रिकेट खेला जा रहा है और खिलाड़ी घर से बाहर काफी समय बिताते हैं. कोरोना के बाद इस पर काफी चर्चा भी हुई है. मुझे नहीं लगता कि परिवार के साथ रहने से खेल पर बहुत फर्क पड़ता है.’
बटलर बोले- सब संभाला जा सकता है
बटलर ने कहा कि परिवार की मौजूदगी से खेल पर असर नहीं पड़ता और इनसे प्रभावी रूप से निपटा जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘सब संभाला जा सकता है. निजी तौर पर मेरा मानना है कि घर से दूर रहने का बोझ परिवार के साथ रहकर हल्का किया जा सकता है और यह काफी महत्वपूर्ण है.’
बीसीसीआई ने नई गाइडलाइंस जारी करने के साथ कहा ता कि इनमें से भी किसी में भी छूट तभी मिलेगी जब पहले से मुख्य कोच गौतम गंभीर से अनुमति ली जाएगी. हालांकि पिछले चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम के ऐलान के दौरान कप्तान रोहित शर्मा इन नियमों को लेकर बीसीसीआई सेक्रेटरी के साथ बैठकर बात करने के बारे में बोलते सुनाई दिए थे.