भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड टेस्ट का पहला दिन कंगारुओं के नाम रहा. ऑस्ट्रेलिया ने अपनी धांसू गेंदबाजी अटैक से पहले भारत को 180 रन पर ढेर कर दिया और फिर बल्लेबाजी में टीम ने 1 विकेट के नुकसान पर 86 रन बना लिए हैं. क्रीज पर अभी भी नाथन मैक्स्विनी और मार्नस लाबुशेन खेल रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मिचेल स्टार्क ने सबसे धांसू खेल दिखाया और कुल 6 विकेट लिए. जबकि भारत की तरफ से नितीश रेड्डी ने सबसे ज्यादा 42 रन बनाए. ऐसे में एडिलेड टेस्ट को लेकर टीम इंडिया के दिग्गज सुनील गावस्कर ने स्पोर्ट्स तक से एक्सक्लूसिव बातचीत की जिसमें उन्होंने साफ कहा कि दूसरे दिन अगर भारतीय गेंदबाज शुरुआती सेशन में 2-3 विकेट लेते हैं तो टीम इंडिया इस मैच में वापसी कर सकती है.
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सवाल- जवाब
क्या टीम इंडिया मैच में पीछे चली गई है?
टीम इंडिया वापसी कर सकती है. लेकिन इसके लिए गेंदबाजों को शुरुआती सेशन में 2-3 विकेट लेने होंगे. यहां उन्हें अच्छी गेंदबाजी करनी होगी. हमारे गेंदबाज यहां उत्साहित हुए थे लेकिन वो विकेट नहीं ले पाए. मिचेल स्टार्क को क्रेडिट मिलना चाहिए. पहले जायसवाल को आउट किया और फिर राहुल और विराट. मैं उन्हें क्रेडिट देना चाहता हूं. वहीं स्कॉट बोलैंड ने जोश हेजलवुड का काम किया.
क्या बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक था?
हां बिल्कुल ये निराश करने वाला था. क्योंकि जब आप पहली पारी में बल्लेबाजी करते हैं तो कोई भी सोचता है कि वो 200 से 250 रन बनाए. लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. इससे आपके गेंदबाजों को 2-3 मौके मिलते हैं. ऐसे में आपके पास वापसी करने का मौका था. दूसरे दिन अगर टीम इंडिया 2-3 विकेट लेती है तो इससे टीम वापसी कर सकती है.
क्या टीम इंडिया जीत सकती है?
हां भारत यहां जीत हासिल कर सकता है. पर्थ में भी ऐसा ही हुआ था. पिच आसान होगी और धूप से बल्लेबाजों को आसानी होगी. चौथी पारी में स्पिनर्स को मदद मिल सकती है.
भारतीय गेंदबाजों को मदद नहीं मिली पिंक बॉल से?
ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि स्टार्क और भारतीय गेंदबाजों के लेंथ में अंतर था. हमारे गेंदबाज अगर स्टम्प पर बॉलिंग करते तो आपको सफलता मिलती. लेकिन पहले दिन से आप सीख सकते हैं और फिर दूसरे दिन आप कमाल कर सकते हैं.
रेड्डी हैं स्पेशल
सुनील गावस्कर ने आगे कहा कि, जब उछाल वाली पिच होती है तो वहां खेलना आसान नहीं होता. हमारे खिलाड़ियों ने पिंक बॉल से ज्यादा नहीं खेला. और इसी से अंतर पैदा होता है. मुझे उम्मीद है कि यहां पर भी पर्थ जैसा ही होगा.
गावस्कर ने राहुल और जायसवाल की ओपनिंग को लेकर कहा कि आप इसको नहीं बदल सकते. रोहित दूसरे मैच में जुड़े और लंबे समय बाद टेस्ट खेला. ऐसे में उनका नीचे खेलना बेहतर था. गावस्कर ने यहां नितीश रेड्डी की भी तारीफ की और कहा कि उनकी सबसे अच्छी बात ये है कि उन्हें पता है कि उन्हें कैसी बल्लेबाजी करनी है. इसलिए भारत ने 30 रन ज्यादा बनाए. उनकी तारीफ करनी चाहिए. हमें एक ऐसा युवा खिलाड़ी मिला है जो स्थिति को जानकर अपना खेल बदलता है.
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