विराट कोहली की बल्लेबाजी में सबसे बड़ी कमी क्या है, हरभजन सिंह ने खोला राज, कहा- वो नेट्स में...

हरभजन सिंह ने कहा कि विराट कोहली को अगर अपनी बैटिंग में सुधार करना है तो उन्हें ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर बैकफुट पर खेलना होगा. पोंटिंग- हेडन भी यही करते थे.

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Neeraj Singh

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बैटिंग करते विराट कोहली

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बैटिंग करते विराट कोहली

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हरभजन सिंह ने विराट कोहली की सबसे बड़ी कमी बताई है

हरभजन ने कहा कि कोहली को बैकफुट पर खेलना चाहिए

हरभजन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की बाउंस पर आपको ये करना जरूरी है

विराट कोहली ने पर्थ टेस्ट के दौरान टीम इंडिया के लिए शतकीय पारी खेली थी जिसके बाद फैंस को ये लगने लगा था कि कोहली की फॉर्म वापसी हो चुकी है. इस मैच में टीम इंडिया को 295 रन से जीत मिली थी. लेकिन इसके बाद अगले ही टेस्ट में कोहली फ्लॉ रहे. एक पारी नहीं बल्कि दोनों पारियों में विराट के बल्ले से रन नहीं निकले. कोहली ने एडिलेड के मैदान पर दोनों पारियों को मिलाकर कुल 18 रन बनाए जिसका नतीजा ये रहा कि अंत में भारतीय टीम को 10 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा. 

कोहली ने ऐसे में तीसरे टेस्ट के लिए जमकर तैयारी करनी शुरू कर दी है. विराट को ब्रिसबेन टेस्ट से पहले खूब पसीना बहाते हुए देखा गया. कोहली इस दौरान नेट्स में अलग तरह की प्रैक्टिस कर रहे थे. इस बीच टीम इंडिया के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने विराट कोहली की बैटिंग की सबसे बड़ी कमी बताई और ये कहा है कि वो कैसे इसमें सुधार कर सकते हैं. 

विराट को बैकफुट पर खेलना होगा: हरभजन सिंह

स्टार स्पोर्ट्स के साथ बातचीत में हरभजन सिंह ने कहा कि

विराट कोहली ने नेट्स में बैकफुट पर खेलना शुरू कर दिया है. मैंने नेट्स में जो भी बल्लेबाजी देखी और मैंने उनके साथ जितना खेला है. उससे यही पता चलता है कि विराट कोहली फ्रंट फुट के खिलाड़ी हैं. उन्हें भारतीय जमीन पर बाउंस का अंदाजा है. उन्हें पता है कि उन्हें फंट फुट पर रहकर खेलना होता है. वहीं रिकी पोंटिंग, स्टीव वॉ और हेडन जब ऑस्ट्रेलिया में खेलते हैं तो वो बैकफुट पर खेलते हैं. ऐसा बाउंस के चलते है. ऑस्ट्रेलिया में आपको काफी ज्यादा बाउंस मिलता है और इसके लिए आपको तैयार रहना होता है. ऐसे में विराट भी नेट्स में बैकफुट पर ही खेल रहे थे. 

हरभजन ने आगे कहा कि

आज मैंने देखा कि वो कई गेंदों का सामना बैकफुट पर कर रहे थे. वो आगे जा रहे थे और फिर पीछे आ रहे थे. वहीं जो गेंदें छोटी थीं उनको या तो वो छोड़ दे रहे थे या फिर बैकफुट पर खेल रहे थे. उन्हें पता है कि गाबा का विकेट अलग तरीके का होगा. उन्हें वहां पेस के साथ बाउंस भी मिलेगा. ऐसे में ये अच्छा है कि वो अपने खेल पर काम कर रहे हैं. मैंने विराट को जानता हूं. वो कमबैक के लिए जाने जाते हैं. 

बता दें कि विराट कोहली ने 22.62 की औसत के साथ इस साल 21 टेस्ट मैचों में कुल 611 रन ठोके हैं. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत उन्होंने धमाकेदार तरीके से की थी. लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 10 विकेट की जीत से सीरीज को 1-1 पर बराबर कर दिया

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