IND vs ENG : भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच के दौरान इंग्लैंड में इस्तेमाल होने वाली ड्यूक्स गेंद को लेकर काफी हंगामा हुआ. शुभमन गिल की कप्तानी वाली टीम इंडिया जब गेंदबाजी कर रही थी तो 10.3 ओवर बाद ही नयी गेंद खराब हो गई और उसे बदलना पड़ा. जिसके चलते ड्यूक्स गेंद की चारों तरफ आलोचना हुई तो अब कंपनी के मालिक ने चुप्पी तोड़ते हुए बड़ा बयान दिया.
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ड्यूक्स गेंद के मालिक ने क्या कहा ?
लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान टीम इंडिया ने जब दूसरी नई बॉल हासिल की तो ये सिर्फ 63 गेंद फेंकने के बाद हे खराब हो गई. इसके बदले में जो गेंद कप्तान गिल को मिली वह काफी पुरानी थी. जिससे शुभमन गिल नाराज नजर आए और इंग्लैंड ने लॉर्ड्स टेस्ट में वापसी कर ली थी. यही कारण था कि ड्यूक्स गेंद की आलोचना ना सिर्फ भारतीय बल्कि अंग्रेज खिलाड़ियों ने भी की थी.
अब ड्यूक्स गेंद के जल्दी सॉफ्ट होने को लेकर कंपनी के मालिक दिलीप जजोदिया ने बीबीसी से बातचीत में कहा,
हमारी कंपनी इसके बारे में जांच करेगी और किसी भी तरह की कोई कसर नहीं छोड़ेगी. हम जो कुछ भी करेंगे उसकी समीक्षा की जाएगी और फिर यदि हमें लगेगा कि कुछ बदलाव करने या सख्ती बरतने की जरूरत है, तो हम वो भी करेंगे.
ड्यूक्स गेंद में क्या है कमी ?
टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो बाइलेटरल सीरीज के दौरान मेजबान टीम ही गेंद का चुनाव करती है. जैसे भारत में टीम इंडिया एसजी कंपनी की रेड बॉल से खेलती है तो इंग्लैंड में 1760 से ड्यूक्स की रेड बॉल का इस्तेमाल होता आ रहा है. पहले ये गेंद काफी हार्ड होती थी लेकिन अब ड्यूक्स गेंद 80 ओवर से काफी पहले सोफ़ हो जाती है. जिससे गेंदबाजों के लिए विकेट लेना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है क्योंकि गेंद जब एक बार सॉफ्ट हो जाती है फिर उससे गेंदबाजों को कोई मदद नहीं मिलती है.
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