भारतीय सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने हाल ही में अपनी बल्लेबाजी के लिए प्यार और सफलता के पीछे की खास तैयारी के बारे में बताया. सीरीज में अपनी दूसरी शतकीय पारी के बाद राहुल ने खुलासा किया कि उन्होंने फॉर्मूला 1 जैसे खेल में अनुभव रखने वाले कोच की मदद से अपने रिएक्शन टाइम को बेहतर किया है, जहां पलक झपकते फैसले लेने पड़ते हैं.
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मैंने F1 कोच के साथ किया काम: राहुल
राहुल इस सीरीज में अब तक सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज साबित हुए हैं. इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में उनकी गेंद को छोड़ने और देर से खेलने की कला ने बड़ा अंतर पैदा किया है. पहले उन्हें बल्लेबाजी क्रम में इधर-उधर किया गया था, लेकिन अब वह सलामी बल्लेबाज की भूमिका में सहज महसूस करते हैं और इसे जारी रखना चाहते हैं. राहुल ने कहा कि, "पिछले एक-दो सालों में, मैंने कुछ मानसिक अभ्यासों पर काम किया है. मैंने एक विशेषज्ञ के साथ समय बिताया, जिसने मेरे रिएक्शन टाइम को बेहतर करने में मदद की. मैंने कुछ मानसिक खेल और ड्रिल्स किए, जो आपके रिएक्शन टाइम को सुधारते हैं."
उन्होंने आगे बताया, "मैंने यह तकनीक फॉर्मूला 1 में बहुत देखी. मैंने ऑस्ट्रिया के साल्ज़बर्ग में एक कोच के साथ काम किया, जो फॉर्मूला 1 और दूसरे खेलों के खिलाड़ियों के साथ काम करते हैं. इन खेलों में मानसिक ताकत बहुत जरूरी होती है. इस काम ने मुझे बहुत मदद की."
शनिवार को लॉर्ड्स के धीमे पिच पर राहुल की शतकीय पारी उतनी आक्रामक नहीं थी, जितनी उनकी पिछली शतक (लीड्स में) थी, लेकिन उन्होंने हालात के अनुसार अपनी पारी को बखूबी संभाला.
राहुल ने कहा, "मुझे हमेशा से लंबे समय तक बल्लेबाजी करना पसंद रहा है, चाहे वह जूनियर क्रिकेट हो या अब. मैं लंबे समय तक ध्यान केंद्रित कर सकता हूं. पिछले कुछ सालों में इसने मुझे बहुत मदद की है." उन्होंने अंत में कहा, "मैं हमेशा से लगातार अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था. मुझे खुशी है कि पिछले कुछ सालों में मेरे प्रदर्शन में कंसिस्टेंसी आ रही है."
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