केरल, पंजाब और महाराष्ट्र की भारतीय तिकड़ी ऑस्ट्रेलियाई टीम में जगह बनाने की कोशिश कर ही है. आर्यन शर्मा, जॉन जेम्स और यश देशमुख वो नाम हैं, जो ऑस्ट्रेलिया की अंडर 19 टीम में शामिल भारतीय मूल के खिलाड़ी हैं. जो भारत की अंडर 19 टीम के खिलाफ मल्टी फॉर्मेट सीरीज खेलेगी, जिसकी शुरुआत रविवार से ब्रिस्बेन में होगी.
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ऑलराउंडर जॉन जेम्स बेहतर करियर की तलाश में केरल के वायनाड से ऑस्ट्रेलिया गए थे. जेम्स ने ब्रिस्बेन से पीटीआई से कहा-
मुझे लगता है कि मेरे सामने सबसे बड़ी चुनौती तब आई, जब हम सिडनी से एक घंटे की दूरी पर सेंट्रल कोस्ट चले गए. ट्रेनिंग और मैचों के लिए आना-जाना मुश्किल था, लेकिन मेरे माता-पिता ने मेरे लिए समय निकालकर इसे आसान बना दिया.
उनके उभरते करियर का सबसे बड़ा पल वह था, जब वह इस साल की शुरुआत में सिडनी में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांचवें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट के दौरान वाटर बॉय थे. इससे जेम्स को जोश हेजलवुड और मिचेल मार्श से मिलने का मौका मिला जो उनके आदर्श खिलाड़ी हैं. उन्होंने कहा-
मैं भाग्यशाली था कि मुझे बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के सिडनी टेस्ट में वाटर बॉय बनने का मौका मिला और मैं अपने उन सभी आदर्श खिलाड़ियों से मिल सका, जिन्हें मैं इससे पहले केवल टेलीविजन पर देखा था और मुझे अपने पसंदीदा मिच मार्श से भी मिलने का मौका मिला.
चंडीगढ़ के रहने वाले हैं आर्यन शर्मा
जेम्स की तरह ही चंडीगढ़ के रहने वाले बल्लेबाजी ऑलराउंडर आर्यन शर्मा का भी ऑस्ट्रेलिया के माहौल में ढलना आसान नहीं था. उन्होंने कहा-
मेरे पिताजी (रमन शर्मा) पहली बार 2000 में अपने भाई की शादी में बतौर मेहमान शामिल होने ऑस्ट्रेलिया आए थे.इसके बाद वह 2005 में ऑस्ट्रेलिया में बस गए. मेरे माता-पिता मुझे बताते रहे हैं कि दूसरे देश में बसना आसान नहीं था. मेरे परिवार के लिए ऑस्ट्रेलियाई जीवनशैली में ढलना आसान नहीं था, लेकिन उन्हें (ऑस्ट्रेलिया में रिश्तेदारों से) जो सहयोग मिला, उससे बहुत बड़ा बदलाव आया.
आर्यन का सपना भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली से मिलने का है. कोहली ने जिस तरह भारतीय क्रिकेट में योगदान दिया, आर्यन वैसा ही ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट में देना चाहते हैं.
उथल-पुथल रहे यश देशमुख के ऑस्ट्रेलिया में शुरुआती दिन
तीसरे खिलाड़ी यश देशमुख हैं, जिनका परिवार महाराष्ट्र से ऑस्ट्रेलिया में बस गया. इस ऑलराउंडर ने बताया कि शुरुआती दिन काफी उथल-पुथल भरे थे. उन्होंने कहा-
भाषा संबंधी बाधाओं, सांस्कृतिक अंतर और अन्य कारणों से यह (ऑस्ट्रेलिया में बसना) आसान नहीं था, लेकिन हम धीरे-धीरे इसके अनुकूल ढलने में सफल रहे.
देशमुख भी कोहली के फैन हैं. वह अब अगले साल ज़िम्बाब्वे और नामीबिया में होने वाले आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के लिए अन्य भारतीय मूल के खिलाड़ियों के साथ ऑस्ट्रेलियाई टीम में जगह बनाना चाहते हैं.
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