भारतीय घरेलू क्रिकेट के आगाज के साथ ही खिलाड़ियों के टीमें बदलने का सिलसिला जारी है. ताजा नाम जलज सक्सेना का है. उन्होंने रणजी ट्रॉफी 2025 से पहले केरल से अलग होने का फैसला किया. वे 2016-17 में मध्य प्रदेश छोड़कर इस टीम का हिस्सा बने थे. जलज सक्सेना ने नौ सीजन तक केरल का प्रतिनिधित्व किया और कुल 125 मुकाबले खेले. जलज इससे पहले 2005-06 से 2015-16 तक मध्य प्रदेश की ओर से घरेलू क्रिकेट खेले. उनका गेंद और बल्ले से जबरदस्त रिकॉर्ड है. लेकिन वह भारतीय क्रिकेट टीम में जगह नहीं बना सके.
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जलज ने केरल क्रिकेट टीम छोड़ने की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए दी. उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, 'भावनाओं को शब्दों से बयां करना आसान नहीं होता है लेकिन आज मैं कुछ ऐसा कहना चाहता हूं जो मेरे दिल के काफी करीब है. मैंने केरल के लिए अपना आखिरी मैच खेल लिया और यह विचार अभी भी मुझे सपने सा लग रहा. यह कहते हुए अजीब सी भावनाएं उमड़ रही- सम्मान, गर्व और थोड़ा सा दर्द. सालों तक इस टीम ने मुझे क्रिकेट से कहीं ज्यादा दिया है. इसने मुझे भाई, दोस्त और मेरे साथ हर समय डटी रहने वाला परिवार दिया. मैंने इस सफर में अपना सब कुछ दिया और बदले में मुझे जीवनभर की यादें और संबंध दिए हैं.'
जलज सक्सेना का केरल के लिए कैसा रहा प्रदर्शन
जलज ने केरल के लिए सभी फॉर्मेट में मिलाकर 3153 रन बनाए और 352 विकेट लिए. इस दौरान 58 फर्स्ट क्लास मैचों में तीन शतकों से 2252 रन बनाए और 20.68 की औसत से 269 विकेट लिए. 23 बार उन्होंने एक पारी में पांच विकेट लेने का कमाल किया. 2024-25 में केरल ने रणजी ट्रॉफी फाइनल खेला था और इसमें जलज का अहम योगदान रहा. वे इस दौरान रणजी ट्रॉफी में 6000 रन व 400 विकेट का कमाल करने वाले पहले खिलाड़ी बने. वह 269 विकेट के साथ फर्स्ट क्लास क्रिकेट में केरल के दूसरे सबसे सफल बॉलर रहे. उनसे आगे केएन पद्मनाभन रहे जिन्होंने 310 विकेट लिए थे.
केरल का फर्स्ट क्लास क्रिकेट में रिकॉर्ड
जलज ने फर्स्ट क्लास करियर में 7060 रन बनाने के साथ ही 484 विकेट भी लिए. इस दौरान 34 बार उनके नाम एक पारी में पांच या इससे ज्यादा विकेट रहे. जलज ने हालांकि यह नहीं बताया कि वह आगामी रणजी ट्रॉफी से पहले किस टीम में शामिल होंगे. हालांकि उन्होंने संकेत दिए कि वे संन्यास नहीं ले रहे हैं.
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