'मैं नहीं चाहता कि जसप्रीत बुमराह कप्‍तान बनें', टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच का सनसनी मचा देने वाला बयान

रवि शास्‍त्री का कहना है कि जसप्रीत बुमराह को एक्‍स्‍ट्रा बोझ से बचाया जाना चाहिए. उन्‍हें कप्‍तानी की जिम्‍मेदारी नहीं दी जानी चाहिए.

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जसप्रीत बुमराह को कप्‍तान बनाए जाने के पक्ष में नहीं है रवि शास्‍त्री.

बुमराह को एक्‍स्‍ट्रा बोझ से बचाया जाना चाहिए.

टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने जसप्रीत बुमराह को लेकर सनसनी मचा देने वाला बयान दिया है. दरअसल शास्‍त्री का मानना है कि टेस्ट फॉर्मेट में भारत की कप्तानी के लिए शुभमन गिल और ऋषभ पंत बेहतर विकल्प होंगे क्योंकि उनके पास इंडियन प्रीमियर लीग में कप्तानी का अनुभव है और इस भूमिका के लिए उनकी उम्र आइडियल है. 

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शास्त्री ने इसके साथ कहा कि टेस्‍ट में नेतृत्व की भूमिका के लिए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह सबसे अच्छे विकल्प होते, लेकिन फिटनेस समस्याओं के कारण उन्‍हें अतिरिक्त बोझ से बचाया जाना चाहिए. भारत के सर्वश्रेष्ठ हरफनमौला खिलाड़ियों में शामिल शास्त्री ने ‘आईसीसी रिव्यू’ में कहा- 

ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद मैं मानता हूं कि कप्तानी के लिए जसप्रीत स्पष्ट विकल्प होते, लेकिन मैं नहीं चाहता कि जसप्रीत को कप्तान बनाया जाए. इससे आप एक गेंदबाज के तौर पर उन्हें गंवा सकते हैं.

पीठ की चोट से जूझ रहे थे बुमराह

रोहित शर्मा के हाल ही में संन्यास लेने के बाद चयनकर्ताओं को एक नया टेस्ट कप्तान चुनना होगा. भारत को टेस्‍ट में इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज खेलनी है. यह दौरा 20 जून से शुरू होगा. बुमराह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के सिडनी में खेले गये आखिरी टेस्ट मैच में चोटिल हो गये थे. उन्हें पीठ की इस चोट से उबरने में लगभग तीन महीने लगे.

वह इस दौरान चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान भी भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थे. इस 31 साल के गेंदबाज ने आईपीएल के दौरान वापसी करते हुए मौजूदा सत्र में अब तक आठ मैचों में 13 विकेट लिये हैं.  शास्त्री ने कहा- 

मुझे लगता है कि उन्‍हें (बुमराह) हर मैच के दौरान अपने शरीर पर ध्यान देना चाहिये. वह गंभीर चोट के बाद वापसी कर रहा है. वह आईपीएल में वापसी कर चुके हैं. यह चार ओवर का क्रिकेट है. अब 10 ओवर, 15 ओवर (टेस्ट में) गेंदबाजी करने की परीक्षा होगी. आप यह नहीं चाहेंगे की कप्तान के नाते उसके दिमाग पर कोई अतिरिक्त दबाव हो. 

शास्त्री ने कहा कि बोर्ड को कप्तान तय करते समय खिलाड़ी की उम्र और वह संभावित तौर पर कितने समय तक क्रिकेट खेल पायेगा इन चीजों पर ध्यान देना चाहिये. 

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