अब IPL की तरह इस लीग में होगा ऑक्शन, भारतीय मालिकों के आने से बदले नियम, खिलाड़ियों पर बरसेगा मोटा पैसा!

इंग्लैंड की हंड्रेड लीग में 2026 के सीजन से पहले ऑक्शन होगा. इसके लिए मार्च 2026 का समय तय किया गया है. अभी तक हंड्रेड लीग में ड्राफ्ट के जरिए खिलाड़ी चुने जाते थे.

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Captain Hollie Armitage (C) lifts the Women's Hundred 2025 trophy after Northern Superchargers beat Southern Brave in the final

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Story Highlights:

हंड्रेड लीग में चार आईपीएल टीमों ने हिस्सेदारी ली है.

हंड्रेड लीग में पुरुष और महिला टीमों के लिए पर्स में पैसा बढ़ाया गया है.

इंग्लैंड की हंड्रेड लीग में भी आगामी सीजन के साथ ऑक्शन की शुरुआत होने जा रही है. अभी तक इस लीग में टीमों में खिलाड़ियों का बंटवारा ड्राफ्ट सिस्टम के तहत होता था. 2026 के सीजन से पहले हंड्रेड लीग ऑक्शन की शुरुआत कर रही है. मार्च 2026 में खिलाड़ियों की नीलामी होगी. इसके साथ ही टीमों का पर्स भी बढ़ा दिया गया है. पुरुषों के लिए पर्स में 45 और महिलाओं के लिए 100 फीसदी का इजाफा किया गया है. इस बारे में 30 अक्टूबर को हंड्रेड की बोर्ड मीटिंग में फैसला किया गया.

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हंड्रेड लीग में कुछ महीनों पहले इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने आठ टीमों में हिस्सेदारी बेची थी. इसके तहत आईपीएल टीमों के मालिकों ने भी स्वामित्व हासिल किया. अब जो बदलाव हंड्रेड लीग में दिख रहे हैं वे उनका ही नतीजा है. कुछ टीमों के नाम बदले जा रहे हैं तो कुछ की जर्सी में भी बदलाव किया गया है. हंड्रेड में मुंबई इंडियंस, सनराइजर्स हैदराबाद, लखनऊ सुपर जायंट्स और दिल्ली कैपिटल्स ने हिस्सेदारी ली है.ॉ

हंड्रेड लीग में अब टीमों के पास कितना पर्स होगा

 

हंड्रेड लीग में पुरुष टीमें एक सीजन के लिए 1.2 मिलियन पाउंड की जगह अब 2.05 मिलियन पाउंड की रकम खिलाड़ियों को लेने के लिए खर्च कर सकती है. वहीं महिला टीमों के लिए यह आंकड़ा आठ लाख पाउंड प्रति टीम कर दिया गया है. अब महिला खिलाड़ियों के लिए न्यूनतम सैलरी 10 हजार पाउंड की जगह 15 हजार पाउंड होगी. 

हंड्रेड लीग में कौन-कौन से नियम बदले

 

इंग्लैंड बोर्ड ने बताया कि अब सैलरी कैप के साथ ही सैलरी कॉलर भी होगा. इसके तहत हरेक टीम के लिए न्यूनतम खर्च करना तया किया जाएगा. अब टीमें खिलाड़ियों के साथ एक से ज्यादा साल के लिए करार कर सकेंगी. वहीं एक टीम के तीन की जगह चार विदेशी खिलाड़ी लेने पर भी बात हो रही है. एक टीम की स्क्वॉड में 16-18 खिलाड़ी रखना अनिवार्य होगा. राइट टू मैच नहीं होगा लेकिन टीमें डायरेक्ट साइनिंग कर सकेंगी. इसके तहत दो विदेशी और इंग्लैंड के दो केंद्रीय अनुबंध वाले खिलाड़ी लिए जा सकेंगे. इसके लिए नवंबर से जनवरी की अवधि को खोला जाएगा. 

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