रणजी ट्रॉफी की तरह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में एलीट डिवीज़न में 32 टीमें हैं, जिन्हें चार ग्रुप में बांटा गया है, जबकि छह टीमें 26 नवंबर से प्लेट डिवीज़न में मुकाबला करेंगी. एलीट डिवीज़न में नॉकआउट स्टेज की जगह आठ टीमों की राउंड-रॉबिन सुपर लीग ने ले ली है, जिसके विजेता सीधे 18 दिसंबर को होने वाले फाइनल में पहुंचेंगे. लखनऊ में इकाना क्रिकेट स्टेडियम, कोलकाता में जादवपुर यूनिवर्सिटी कैंपस, हैदराबाद में जिमखाना ग्राउंड और अहमदाबाद में नरेंद्र मोदी स्टेडियम 'B' ग्राउंड उन जगहों में से हैं जो एलीट डिवीजन के मैचों की मेजबानी करेंगे. प्लेट कॉम्पिटिशन में 6 दिसंबर को होने वाले फाइनल समेत 16 टी20 मैच खेले जाएंगे.
ADVERTISEMENT
सुंदर ने बैटिंग पोजीशन में तीसरे से 8वें नंबर पर डिमोट होने पर तोड़ी चुप्पी
तमिलनाडु पहली चैंपियन
मुंबई इस टूर्नामेंट में डिफेंडिंग चैंपियन के तौर पर उतरेगी. उसने पिछले साल दिसंबर में हुए फाइनल में मध्य प्रदेश को हराया था. पूर्व टेस्ट क्रिकेटर सैयद मुश्ताक अली के नाम पर रखे गए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी भारत में घरेलू टी20 क्रिकेट चैंपियनशिप है. 2006-07 में पहली बार यह टूर्नामेंट खेला गया था, जहां दिनेश कार्तिक की कप्तानी में तमिलनाडु ने इतिहास का पहला खिताब जीता था. तमिलनाडु इस टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे टीम रही है, जिसने तीन बार ट्रॉफी जीती है. वहीं मुंबई ने दो बार ट्रॉफी जीती.
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के अभी तक के विजेता
| साल | विनर टीम | विनर कप्तान |
| 2006/07 | तमिलनाडु | दिनेश कार्तिक |
| 2009/10 | महाराष्ट्र | रोहित मोटवानी |
| 2010/11 | बंगाल | मनोज तिवारी |
| 2011/12 | बड़ौदा | पिनाल शाह |
| 2012/13 | गुजरात | पार्थिव पटेल |
| 2013/14 | बड़ौदा | आदित्य वाघमोड़े |
| 2014/15 | गुजरात | मनप्रीत जुनेजा |
| 2015/16 | उत्तर प्रदेश | सुरेश रैना |
| 2016/17 | ईस्ट ज़ोन | मनोज तिवारी |
| 2017/18 | दिल्ली | प्रदीप सांगवान |
| 2018/19 | कर्नाटक | मनीष पांडे |
| 2019/20 | कर्नाटक | मनीष पांडे |
| 2020/21 | तमिलनाडु | दिनेश कार्तिक |
| 2021/22 | तमिलनाडु | विजय शंकर |
| 2022/23 | मुंबई | अजिंक्य रहाणे |
| 2023/24 | पंजाब | मंदीप सिंह |
| 2024/25 | मुंबई | श्रेयस अय्यर |
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के रिकॉर्ड
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में जहां सबसे ज्यादा बार खिताब जीतने का रिकॉर्ड तमिलनाडु के नाम है. वहीं झारखंड के नाम लीग सहित सबसे ज़्यादा लगातार जीत का रिकॉर्ड है. झारखंड ने लगातार 104 मैच जीते. जबकि जम्मू एंड कश्मीर के नाम सबसे ज्यादा लगातार हार का रिकॉर्ड है. उसने लगातार 22 मैच गंवाए हैं. रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत बड़ौदा के नाम है. उसने सिक्किम के खिलाफ 263 रन से मुकाबला जीता था. वहीं विकेट के लिहाज से सबसे बडी जीत 10 विकेट है, जो इस टूर्नामेंट के इतिहास में 30 बार हो चुका है.
निखिल चौधरी बने शेफील्ड शील्ड में शतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी
ADVERTISEMENT










