इस विशेष चर्चा में भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज, सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली, 2011 वर्ल्ड कप की जीत और अपनी ऐतिहासिक साझेदारी पर बात कर रहे हैं। सचिन ने फाइनल के तनावपूर्ण पलों को याद करते हुए कहा, 'मैंने वीरू (सहवाग) को उठने नहीं दिया था, बिल्कुल जब हम यहाँ पे खेल रहे थे 2011 में तो वीरू मेरे बाजू में था और मैं प्रे कर रहा था।' गांगुली ने भी उस ऐतिहासिक दिन मुंबई की सड़कों पर आए जनसैलाब और अपनी पुरानी यादें साझा कीं। दोनों ने अपने शुरुआती दिनों का जिक्र किया जब वे 12-13 साल की उम्र में चेन्नई में रूम शेयर करते थे और तेज गेंदबाज बनना चाहते थे। इस बातचीत में उनकी 21 शतकीय साझेदारियों और ड्रेसिंग रूम के अंधविश्वासों पर भी चर्चा हुई। गांगुली ने सचिन के 1992 सिडनी टेस्ट के दौरान रात भर जागकर शैडो प्रैक्टिस करने का दिलचस्प किस्सा भी सुनाया।
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