कप्तान और कोच का मानना है कि शुभमन गिल को टीम से बाहर नहीं रखा जा सकता है. यह एक मुश्किल फैसला है क्योंकि इससे टीम के बल्लेबाजी क्रम में बदलाव हो सकते हैं, खासकर तीसरे, पांचवें और छठे नंबर पर. टीम प्रबंधन का मानना है कि टी20 क्रिकेट में स्ट्राइक रेट को सिर्फ पारी के अंत में या कुल करियर के आधार पर नहीं मापा जाना चाहिए. उनका जोर इस बात पर है कि शुरुआती छह ओवरों में तेज रन बनाना महत्वपूर्ण है. एक खिलाड़ी को अपने विशिष्ट रोल में, खासकर पावरप्ले में, 75 से 90 रन बनाने की कोशिश करनी चाहिए. यह नहीं होना चाहिए कि शुरुआती ओवरों में धीमी बल्लेबाजी को बाद के ओवरों में कवर किया जाए. जैसा कि एक मैच में विराट कोहली को अपनी स्वाभाविक गेम खेलने का मौका मिला था जब टीम के तीन विकेट गिर गए थे, लेकिन यह हर बार संभव नहीं है. टीम की अपेक्षा है कि 'आपका छह ओवर का आपका रोल जो है वो लास्ट पांच में कॉमपेनसेट मत कीजिएगा। जो मैं छह में आपसे चाहता हूँ पहले में किसी से भी वो छह में चाहिए।' स्पोर्ट्स तक पर दर्शक अपनी राय दे सकते हैं कि वे भारतीय क्रिकेट टीम से क्या उम्मीद करते हैं.
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