जेम्स एंडरसन लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर अपने करियर का आखिरी इंटरनेशनल मैच खेल रहे हैं. वेस्टइंडीज के खिलाफ चल रहा पहला टेस्ट इंग्लैंड के दिग्गज गेंदबाज एंडरसन के करियर का आखिरी टेस्ट है. उन्होंने 2002 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैच से इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था. जबकि 2003 में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा था. अपने 21 साल के करियर में दिग्गज तेज गेंदबाज एंडरसन कभी आईपीएल नहीं खेले. जहां इस लीग में दुनिया का हर बड़ा खिलाड़ी खेलना चाहता है, वहीं एंडरसन ने आईपीएल के एक भी सीजन में हिस्सा नहीं लिया.
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उन्होंने आईपीएल के शुरुआती समय में ही इसके पीछे की वजह बता दी थी. उन्होंने सालों पहले ही बता दिया था कि वो आईपीएल क्यों नहीं खेलते. साल 2009 में ही एंडरसन ने आईपीएल ना खेलने के अपने फैसले की वजह बता दी थी. उन्होंने उस वक्त कहा था-
मुझे इंग्लैंड के लिए क्रिकेट खेलने पर गर्व है और मेरा इंटरनेशनल करियर किसी भी चीज से ज्यादा अहम है. यही वजह है कि मैंने 2010 में आईपीएल में हिस्सा न लेने का फैसला किया.
उन्होंने 2009 में कहा था-
1972 के बाद से एशेज को बरकरार रखने वाली पहली इंग्लैंड क्रिकेट टीम का अहम हिस्सा बनना चाहते हैं और मैं आईपीएल में ना खेलकर खुद को ऐसा करने का सबसे अच्छा मौका दूंगा.
आखिरी टेस्ट में वर्ल्ड रिकॉर्ड
एंडरसन ने कहा था कि वो जितना संभव हो सके इंग्लैंड के लिए खेलना चाहते हैं. अब एंडरसन इंग्लैंड क्रिकेट के सबसे बड़े दिग्गज के रूप में विदाई लेने वाले हैं. 188 टेस्ट मैचों में उन्होंने इंग्लैंड के लिए 703 विकेट ले लिए हैं. एंडरसन ने अपने करियर के आखिरी टेस्ट में वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बना दिया है. वो 147 साल के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 40 हजार गेंद और तीनों फॉर्मेट को मिलाकर कुल 50 हजार गेंद फेंकने वाले पहले तेज गेंदबाज बन गए हैं.
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