पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज सिकंदर बख्त ने टीम के स्टार बल्लेबाज बाबर आजम पर निशाना साधा है. बाबर ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के व्हाइट-बॉल कप्तान के पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है. बख्त ने कहा कि बाबर को कुछ शर्म दिखानी चाहिए थी और पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था, खासकर 2024 टी20 विश्व कप में पाकिस्तान के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद.
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उनपर कप्तानी छोड़ने का दबाव था: बख्त
बता दें कि पाकिस्तान को टी20 विश्व कप में अपनी सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा था. टीम को इस दौरान अमेरिका के खिलाफ सबसे बड़ी हार मिली थी. टूर्नामेंट में अपने निराशाजनक प्रदर्शन के बाद पाकिस्तान की टीम लीग स्टेज से भी आगे नहीं बढ़ पाई थी. वे उसी टूर्नामेंट में भारतीयों के खिलाफ 120 रनों का पीछा करने में भी विफल रहे. बख्त ने कहा कि पूरे देश को उनके इस्तीफे की उम्मीद थी, लेकिन बाबर जिद्दी थे. खराब प्रदर्शन के बावजूद किंग की तरह व्यवहार कर रहे थे. बख्त ने यह भी संकेत दिया कि बाबर को हटाया गया है क्योंकि उन्होंने पद छोड़ने में काफी ज्यादा देरी कर दी.
बख्त ने कहा कि, "अब शर्म आई! जैसे ही 16 जून को हमारा विश्व कप खत्म हुआ और हम आगे क्वालीफाई नहीं कर पाए थे. उसी दौरान उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए था. पूरा देश कह रहा था कि उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए था. लेकिन वे जिद्दी थे. क्योंकि उनकी शैली ऐसी थी, वे राजा थे. उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं था. वैसे भी मुझे नहीं पता कि उनके साथ क्या हुआ.''
बख्त ने बताया कि पाकिस्तान क्रिकेट ड्रेसिंग रूम का माहौल काफी दिक्कत वाला हो चुका था, जिसमें खिलाड़ी अलग-अलग समूह बनाते हैं. उन्होंने कहा कि तीन खिलाड़, शाहीन शाह अफरीदी, शान मसूद और मोहम्मद रिजवान पहले से ही सफेद गेंद वाले क्रिकेट में कप्तानी के लिए लड़ रहे हैं.
बख्त ने कहा कि, "उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा गया था. देखिए, हमारे बेस में तीन कप्तान हैं. तीन कप्तानों का ग्रुप है. एक बाबर है, दूसरा रिजवान हैं. वे कप्तान बनना चाहते हैं. शाहीन फिर से कप्तान बनना चाहते हैं. और शान मसूद भी हैं. शान मसूद पांच या छह मैच हार गए हैं.