टीम इंडिया के धाकड़ ऑलराउंडर इरफ़ान पठान ने भारत के लिए साल 2008 में टेस्ट डेब्यू किया और साल 2004 में वनडे क्रिकेट में कदम रखा था . इसके साथ ही वह 2007 की टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम इंडिया के साथ चैंपियन बने तो इससे पहले 2007 में ही वनडे वर्ल्ड कप के लिए चुनी जाने वाली टीम इंडिया के भी वो सदस्य थे. लेकिन 2007 का वनडे वर्ल्ड कप भारतीय क्रिकेट में काले अध्याय की तरह याद किया जाता है. जिसको लेकर इरफ़ान पठान ने अब बड़ा बयान दिया.
ADVERTISEMENT
इरफ़ान पठान ने बुरे दौर को किया याद
दरअसल, वेस्टइंडीज में खेले जाने वाले साल 2007 वनडे वर्ल्ड कप के दौरान टीम इंडिया को ग्रुप स्टेज में भी श्रीलंका और बांग्लादेश से हार के चलते बाहर होना पड़ा था. इसके बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों की चारों तरफ जमकर आलोचना हुई. इरफान पठान भारत के लिए पहला वर्ल्ड कप खेल रहे थे और बुरे दौर को याद करके लल्लन टॉप शो में बातचीत के दौरान कहा,
पूरी टीम उस समय सदमे में थी और हर कोई हैरान था कि ये हुआ क्या है. हम दो दिन पहले होटल में थे और ऐसा लगा कि मर गए हैं. हर कोई यही महसूस कर रहा था. हम सब काफी दुखी थी और हर कोई हैरान था.
भारत ने वनडे में हार के बाद जीता टी20 वर्ल्ड कप
हालांकि साल 2007 वनडे वर्ल्ड कप की हार के बाद इसी साल आईसीसी ने पहली बार टी20 वर्ल्ड कप का आगाज किया. महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका में टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीतकर गम में डूबे क्रिकेट फैंस को एक बार फिर से जश्न मनाने का मौका दिया. धोनी की कप्तानी वाले 2007 टी20 वर्ल्ड कप में इरफ़ान पठान और युसूफ पठान दोनों भाई चैंपियन बनकर लौटे थे.
ये भी पढ़ें :-
'मेरे नंबर तीन पर बैटिंग करने से जलता था, इरफ़ान पठान ने खोला टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम का बड़ा राज, कहा - उसे लगता था कि वो...
रोहित शर्मा और विराट कोहली नहीं तो किस खिलाड़ी के चलते इरफ़ान पठान से छीनी गई क्रिकेट कमेंट्री, अब सामने आया बड़ा नाम
ADVERTISEMENT