भारत ने जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप 2025 में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर लिया है. टीम इंडिया ने अर्जेंटीना को मात दी और 4-2 से जीत हासिल की. भारत ने 9 साल बाद जूनियर मेंस हॉकी में पदक जीता है. दो बार (होबार्ट 2001 और लखनऊ 2016 ) में चैंपियन रही भारतीय टीम ने आखिरी बार नौ साल पहले कोई पदक जीता था. पिछले दो बार टीम कांस्य पदक का मुकाबला हारकर चौथे स्थान पर रही थी. भारत के लिए अंकित पाल (49वां), मनमीत सिंह (52वां), शारदानंद तिवारी (57वां) और अनमोल इक्का (58वां) ने गोल दागे. वहीं अर्जेंटीना के लिए निकोलस रोड्रिगेज ( पांचवां) और सैंटियागो फर्नांडिस (44 वां) ने गोल किए.
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भारत के लिए गोल करने वाले खिलाड़ी
अंकित पाल (49वें मिनट)
मनमीत सिंह (52वें मिनट)
शारदानंद तिवारी (57वें मिनट)
अनमोल इक्का (58वें मिनट)
वहीं, अर्जेंटीना के लिए निकोलस रौड्रिगेज (5वां मिनट) और सैंटियागो फर्नांडिस (44वां मिनट) ने गोल किए.
आखिरी क्वार्टर में धमाकेदार वापसी
पहले तीन क्वार्टर तक भारत 0-2 से पीछे था, लेकिन आखिरी क्वार्टर में टीम ने शानदार वापसी की और एक के बाद एक चार गोल दागकर दर्शकों में नया जोश भर दिया.
पहला गोल (49वां मिनट): 49वें मिनट में भारत को एक पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसे अंकित पाल ने गोल में बदलकर भारत का खाता खोला.
बराबरी का गोल (52वां मिनट): 52वें मिनट में भारत को फिर एक पेनल्टी कॉर्नर मिला. अनमोल इक्का के शॉट पर गेंद डिफ्लेक्ट होकर मनमीत सिंह की स्टिक से टकराई और गोल के अंदर चली गई. स्कोर 2-2 से बराबर हो गया.
पहली बढ़त (57वां मिनट): जब लग रहा था कि मैच शूटआउट में जाएगा, तभी मैच खत्म होने से तीन मिनट पहले भारत को एक अहम पेनल्टी स्ट्रोक मिला. शारदानंद तिवारी ने इसे गोल में बदला और भारत को पहली बार मैच में बढ़त दिलाई.
आखिरी गोल (58वां मिनट): इसके अगले ही मिनट में भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसे अनमोल इक्का ने गोल में बदलकर स्कोर 4-2 कर दिया.
प्रिंसदीप का शानदार प्रदर्शन
आखिरी लम्हों में जब अर्जेंटीना को एक पेनल्टी कॉर्नर मिला, तब इस टूर्नामेंट के बेहतरीन गोलकीपर प्रिंसदीप सिंह ने एक बार फिर शानदार बचाव किया और भारत की बढ़त को कायम रखा.
पहले हाफ में दबाव और पिछड़ना
मैच की शुरुआत भारत के लिए अच्छी नहीं रही. शुरुआती पांच मिनट में ही अनमोल इक्का की गलती के कारण अर्जेंटीना को पेनल्टी स्ट्रोक मिला, जिस पर निकोलस रौड्रिगेज ने गोल किया. बता दें कि, पहले क्वार्टर में भारतीय टीम दबाव में दिखी और गोल करने के मौके नहीं बना पाई. पहले हाफ में भारत एक भी पेनल्टी कॉर्नर हासिल नहीं कर सका. दूसरे क्वार्टर में भी भारत बराबरी का गोल दागने के मौके गंवाता रहा, जिससे पहले हाफ तक अर्जेंटीना 1-0 से आगे रही.
पेनल्टी कॉर्नर में कमजोरी और दूसरा गोल
दूसरे हाफ की शुरुआत में ही भारत को अपना पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला. इसके बाद भारत को लगातार चार मौके मिले, लेकिन टीम एक भी गोल में नहीं बदल पाई, जिससे पेनल्टी कॉर्नर में भारत की कमजोरी सामने आई. 40वें मिनट में अर्जेंटीना को पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन गोलकीपर प्रिंसदीप ने शानदार बचाव किया. हालांकि, तीसरा क्वार्टर खत्म होने से एक मिनट पहले अर्जेंटीना ने भारतीय डिफेंस को भेदकर दूसरा गोल कर दिया. सैंटियागो फर्नांडिस ने गोल के बाईं ओर से सटीक शॉट लगाकर गेंद को गोल में डाल दिया और अर्जेंटीना को 2-0 से आगे कर दिया.
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