बड़ी खबर: मलेशिया मास्‍टर्स के खिताब से एक जीत दूर किदांबी श्रीकांत, छह साल में पहली बार BWF वर्ल्‍ड टूर के फाइनल में की एंट्री

32 साल के किदांबी श्रीकांत का 2019 के बाद से बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर में यह पहला फाइनल है. उन्‍होंने साल 2017 में पिछला इंटरनेशनल खिताब जीता था.

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किरण सिंह

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जीत का जश्‍न मनाते किदांबी श्रीकांत

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किदांबी श्रीकांत मलेशिया मास्‍टर्स के फाइनल में पहुंचे.

सेमीफाइनल में जापान के युशी टनाका को सीधे गेम में हराया.

भारतीय बैडमिंटन स्‍टार किदांबी श्रीकांत ने शनिवार को मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट में जापान के युशी टनाका पर सीधे गेम में जीत दर्ज कर छह साल में पहली बार बीडब्ल्यूएफ टूर्नामेंट के मैंस सिंगल के फाइनल में प्रवेश कर लिया है. श्रीकांत बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप 2021 के बाद पहली बार फाइनल में पहुंचे है. 2021 वर्ल्‍ड चैंपियनशिप के फाइनल में सिंगापुर लोह कीन यू के हाथों हार के बाद सिल्‍वर से संतोष करना पड़ा था.

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श्रीकांत ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए सटीक नेट प्ले और आक्रामक खेल की बदौलत दुनिया के 23वें नंबर के खिलाड़ी टनाका को 21-18, 24-22 से शिकस्त दी. श्रीकांत ने इससे पहले सिर्फ 2019 में इंडिया ओपन में बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर इवेंट के फाइनल में जगह बनाई थी, जो मलेशिया मास्टर्स जैसा ही एक सुपर 500 टूर्नामेंट है. भारतीय शटलर को वहां डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन से हार का सामना करना पड़ा था. 32 साल के श्रीकांत यह 2019 के बाद से  बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर में पहला फाइनल है. श्रीकांत ने पिछली बार इंटरनेशनल खिताब 2017 फ्रेंच ओपन में बीडब्ल्यूएफ सुपरसीरीज में जीता था.

श्रीकांत का जबरदस्‍त पलटवार

पूर्व विश्व नंबर एक खिलाड़ी श्रीकांत पिछले कुछ सत्र में खराब फॉर्म और फिटनेस के दौर से गुजर रहे हैं, जिससे अब वह विश्व रैंकिंग में 65वें स्थान पर मौजूद हैं. अब फाइनल में उनका सामना जापान के विश्व नंबर 8 कोडाई नाराओका और पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के ली शिफेंग के बीच होने वाले सेमीफाइनल के विजेता से होगा.

शनिवार को टनाका के खिलाफ़ खेले गए मैच में श्रीकांत पहले गेम में 9-4 से पीछे चल रहे थे, लेकिन उन्होंने पलटवार करते हुए बढ़त हासिल कर ली. दूसरे गेम में भी यही कहानी देखने को मिली. हालांकि दूसरे गेम में दोनों के बीच काफी कड़ा मुकाबला हुआ. टनाका 9-3 से आगे चल रहे थे, लेकिन श्रीकांत ने फिर से वापसी की. इस बार हालांकि जापानी शटलर मैच प्वाइंट बचाने में कामयाब रहे और 21-20 पर खुद के लिए गेम प्वाइंट बनाने में सफल रहे. हालांकि श्रीकांत ने कड़ी टक्कर दी और सुनिश्चित किया जापानी स्‍टार मुकाबले को निर्णायक गेम में लेकर ना जा पाए.यह पहली बार है जब कोई भारतीय खिलाड़ी 2025 में बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर इवेंट के फाइनल में पहुंचा है.

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