जिंदगी की जंग लड़ रहा है वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया का घातक ऑलराउंडर, सिर्फ 60 प्रतिशत किडनी सलामत, जीने को बचे थे सिर्फ 12 साल

जिंदगी की जंग लड़ रहा है वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया का घातक  ऑलराउंडर, सिर्फ 60 प्रतिशत किडनी सलामत, जीने को बचे थे सिर्फ 12 साल
कैमरन ग्रीन को है किडनी की बीमारी

Highlights:

ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज कैरमन ग्रीन को किडनी की बीमारी है

ग्रीन ने अब जाकर ये खुलासा किया है

ग्रीन की बीमारी इतनी खतरनाक है कि बचपन में वो सिर्फ 12 साल तक ही जीने वाले थे

ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन (Cameron Green) ने बड़ा खुलासा किया है. ग्रीन ने कहा है कि उन्हें किडनी की खतरनाक बीमारी है. एक समय उनकी बीमारी के चलते उनकी जिंदगी सिर्फ 12 साल बची थी. अपने क्रिकेट करियर के दौरान ग्रीन इस बीमारी के बावजूद खेलते रहे. 24 साल के ग्रीन को पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट में मौका नहीं मिला है. ग्रीन ने चैनल 7 पर ये बात कही है कि और बताया कि वो इस बीमारी से पूरी जिंदगीभर लड़ते आ रहे हैं और पिछले कुछ समय तक उन्होंने न तो उनके दोस्त और न ही अपने साथी खिलाड़ियों को बताया है.

 

किडनी की बीमारी से लड़ रहे हैं ग्रीन


ग्रीन ने चैनल 7 को बताया, "जब मैं पैदा हुआ तो मेरे माता-पिता को बताया गया कि मुझे क्रोनिक किडनी रोग है." मुझे उस दौरान कोई लक्षण नहीं थे, यह सिर्फ अल्ट्रासाउंड की मदद से पता चला था. क्रोनिक किडनी रोग मूल रूप से आपके किडनी को सही ढंग से काम करने नहीं देता है. दुर्भाग्य से, मेरी किडनी अन्य किडनी की तरह खून को फिल्टर नहीं करती है. फिलहाल मेरी किडनी सिर्फ 60 प्रतिशत ही काम कर रही है और मुझे इस बीमारी का स्टेज 2 है. "मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानता हूं कि मैं क्रोनिक किडनी रोग से शारीरिक रूप से उतना प्रभावित नहीं हूं जितना कि अन्य लोगों को मैंने देखा है.

 

ग्रीन ने आगे बताया कि, "क्रोनिक किडनी रोग के पांच स्टेज होते हैं, स्टेज एक सबसे कम गंभीर होता है, और स्टेज पांचवें में ट्रांसप्लांट या डायलिसिस की जरूरत पड़ती है. सौभाग्य से, मैं दूसरे स्टेज पर हूं, लेकिन अगर आप इसकी और ज्यादा देखभाल नहीं करते हैं तो यह फिर और नीचे चला जाता है. किडनी ठीक नहीं होता है. ये उलटा है.

 

बता दें कि ग्रीन की बीमारी का पता तब चला जब उनकी मां बी ट्रेसी ने 19 सप्ताह की गर्भावस्था का स्कैन कराया. उनके पिता गैरी, जो ग्रीन के क्रिकेट करियर पर बेहद प्रभावशाली रहे हैं उन्होंने कहा कि शुरुआती डर यही था कि वो 12 साल से ज्यादा वक्त तक जीवित नहीं रह पाएंगे.

 

खेलने के दौरान हुई काफी दिक्कत


ग्रीन ने कहा कि उन्होंने अपने अब तक के पूरे करियर में इस बीमारी को काफी अच्छी तरह से मैनेज किया है. हालांकि पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलते समय उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ी थी. न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में उन्होंने 89 रन बनाए, 5 ओवर गेंदबाजी की और 50 ओवरों तक फील्डिंग की. लेकिन बाद में उन्हें क्रैम्प्स महसूस हुए थे. ग्रीन ने बताया कि पहले उन्हें लगा कि ये थकान के चलते हो सकता है लेकिन बाद में उन्हें ये एहसास हुआ कि ये किडनी के चलते हुआ है.

 

ग्रीन ने आगे कहा कि "मैं हमेशा सोचता था कि मैंने शायद पानी ज्यादा नही पीया या फिर ज्यादा खाना नहीं खाया. मुझे ये भी लगता है कि मैं खुदपर ज्यादा ध्यान नहीं देता हूं. लेकिन धीरे धीरे मुझे समझ आने लगा कि मैं सबकुछ सही कर रहा हूं फिर भी मुझे क्रैम्प्स आ रहे हैं. मैंने क्रिकेट की दुनिया में कुछ साथी खिलाड़ियों को इसके बारे में बताया. कोचिंग स्टाफ अब मेरा ध्यान रखता है. मैंने ऑस्ट्रेलिया के हर खिलाड़ी को अब बता दिया है. क्रैम्प्स के बाद मुझे सबकुछ बताना पड़ा. मुझे पता है कि मैं खुद को मौका देने के लिए अपनी सेहत का अच्छे से ध्यान रख रहा हूं.

 

बता दें कि कैमरन ग्रीन वर्ल्ड कप 2023 टीम का हिस्सा थे. इस बल्लेबाज को हालांकि सिर्फ तीन मैच ही मिले जिसमें ग्रीन ने 8, 8 और 47 रन बनाए.

 

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