Dhawal Kulkarni, Ranji Trophy: मुंबई ने रिकॉर्ड 42वीं बार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीत लिया है. अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) की टीम ने फाइनल में विदर्भ को 169 रन से हराया. इस जीत के साथ ही मुंबई के अनुभवी खिलाड़ी ने संन्यास ले लिया. स्टार गेंदबाज धवल कुलकर्णी (Dhawal Kulkarni) ने जीत के साथ ही अपने 17 साल के करियर को भी अलविदा कह दिया है. कमाल की बात ये रही कि कुलकर्णी ने फाइनल का आखिरी विकेट लेकर विदर्भ की कहानी खत्म की.
135वें ओवर की तीसरी गेंद उनके करियर की आखिरी गेंद रही और इस आखिरी गेंद पर उन्होंने उमेश यादव को बोल्ड करके विदर्भ को 368 रन पर समेटते हुए मुंबई को चैंपियन बना दिया. उन्होंने फाइनल में कुल चार विकेट लिए. इस रणजी ट्रॉफी में उन्होंने चार मैचों की 8 पारियों में कुल 11 विकेट लिए.
कुलकर्णी का फर्स्ट क्लास में प्रदर्शन
2008 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू करने वाले कुलकर्णी के नाम 95 मैचों में 281 विकेट है, जिसमें 15 फाइफर और एक 10 विकेट हॉल शामिल है. वहीं 130 लिस्ट मैचों में उनके नाम 223 विकेट है. 162 टी20 मैचों में कुलकर्णी के नाम 154 विकेट है. वो 2014 से 2016 के बीच भारत के लिए 12 वनडे और दो टी20 मैच भी खेले.
इंग्लैंड के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू
35 साल के कुलकर्णी ने सितंबर 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम में खेले गए वनडे मैच से इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था. वहीं 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 क्रिकेट में डेब्यू किया था. 12 इंटरनेशनल वनडे मैचों में उनके नाम 19 विकेट और 2 टी20 मैचों में 3 विकेट है. श्रीलंका के खिलाफ नवंबर 2014 में 34 रन पर चार विकेट अपना बेस्ट प्रदर्शन रहा.
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