बल्लेबाज हनुमा विहारी ने भारतीय क्रिकेट के घरेलू सीजन से पहले टीम बदल ली है. वे अब मध्य प्रदेश की ओर से खेलते दिखाई देंगे. हनुमा विहारी अभी तक आंध्र की तरफ से खेल रहे थे. लेकिन पिछले सीजन में उनका स्टेट एसोसिएशन से झगड़ा हो गया था. इसके बाद उन्हें हाल ही में नॉन ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) मिली थी. अगर कोई खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में अपनी टीम छोड़कर दूसरी के लिए खेलना चाहता है तो उसे एनओसी चाहिए होती है. विहारी भारत की ओर से 16 टेस्ट खेल चुके हैं. वे अभी सेलेक्शन के राडार से बाहर हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि विहारी मध्य प्रदेश टीम से जुड़ गए हैं. MPCA के सेक्रेटरी संजीवा राव के हवाले से लिखा गया है कि एनओसी मिलने क बाद अब वह एमपी की ओर से खेलेंगे. वह पिछले सीजन भी खेलने वाले थे लेकिन कुछ वजहों से आखिरी समय पर हट गए थे.
विहारी ने पिछले दिनों ट्वीट कर कहा था कि वह पिछले दो महीने से एनओसी मांग रहे थे लेकिन अब उन्हें इसकी मंजूरी मिली है. उन्होंने चुनावों में आंध्र में तेलुगुदेशम पार्टी के जीतने के बाद आए बदलाव की तरफ इशारा करते हुए लिखा,
मैं पिछले दो महीने से एनओसी मांग रहा था, उन्हें चार बार मेल किया. मेरी एनओसी नहीं दी. अब चीजें बदल गईं तो उन्होंने फौरन एनओसी दे दी.
विहारी ने लगाए थे राजनीति करने का आरोप
विहारी ने 2024 रणजी ट्रॉफी सीजन के बाद आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन पर आरोप लगाए थे कि उन्हें राजनीति का शिकार बनाया गया और कप्तानी छोड़ने को कहा गया. रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल में मध्यप्रदेश के खिलाफ आंध्र की हार के बाद विहारी ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि बंगाल के खिलाफ पहले मैच के बाद उनसे कप्तानी छीन ली गई. इंस्टाग्राम पोस्ट पर विहारी ने लिखा था कि एसीए ने एक स्थानीय नेता के दबाव में ऐसा किया जिसके बेटे ने शिकायत की थी कि कप्तान ने उन्हें डांट लगाई है. वह मैच के दौरान 17वां खिलाड़ी था. इसके बाद आंध्र क्रिकेट ने विहारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था.
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