टीम इंडिया के ओपनर का छलका दर्द, सहवाग को लेकर दे डाला बड़ा बयान, कहा- उनकी जैसी आजादी और सपोर्ट मिला होता...
Tue - 17 Jan 2023

लेजेंड्री सुनील गावस्कर के बाद सबसे धांसू टेस्ट ओपनर में अगर किसी बल्लेबाज का नाम आता है तो वो वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) हैं. वनडे में सफलता मिलने के बाद सहवाग ने अपनी बल्लेबाजी के दम पर टेस्ट क्रिकेट को बदलकर रख दिया. सहवाग ने टेस्ट में कई बड़े रिकॉर्ड बनाए जिनकी तुलना टी20 और वनडे से होने लगी. सहवाग को लेकर कहा जाता था कि उनके पैर ज्यादा नहीं चलते थे लेकिन इसके बावजूद इस बल्लेबाज ने 10,000 से ज्यादा रन बनाए जिसमें दो तिहरा शतक, 6 दोहरा शतक शामिल है.
सहवाग ने जब क्रिकेट से संन्यास लिया तब भारत ने कई नए ओपनर्स को ट्राई किया. इसमें शिखर धवन, केएल राहुल और रोहित शर्मा का नाम शामिल है. लेकिन सहवाग की तरह कोई बल्लेबाजी नहीं कर पाया. यहां तक की सहवाग और गंभीर जैसी ओपनिंग जोड़ी के बाद आज तक टीम इंडिया को इस तरह की कोई जोड़ी नहीं मिल पाई है. हां इसके करीब धवन और मुरली विजय जरूर पहुंचे. साल 2013 से 2018 तक विजय और धवन ने टेस्ट में भारत के लिए ओपनिंग जोड़ी के तौर पर 1500 से ज्यादा रन बनाए. इसमें दो शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं. लेकिन साल 2018 में दोनों की ये जोड़ी खत्म हो गई. ऐसे में अब मुरली विजय ने सहवाग को लेकर बड़ा बयान दिया है.
सहवाग जैसी आजादी और समर्थन मिलना चाहिए था मुझे
मुरली विजय का कहना है कि, अगर उन्हें करियर में सहवाग जैसी आजादी या समर्थन मिला होता तो उनका करियर एक अलग दिशा में आगे बढ़ता. स्पोर्ट्सस्टार से खास बातचीत में मुरली विजय ने कहा कि, मुझे सहवाग जैसी आजादी नहीं मिली. अगर मुझे वैसा समर्थन मिलता तो मेरा करियर कहीं और होता. मैं और कोशिश करता. यहां सारी बात टीम सपोर्ट पर आ जाती है. और आपने किस तरह इंटरनेशनल लेवल पर अपना योगदान दिया है. क्योंकि ये एक ऐसी प्रतियोगिता है जहां आपको खुद को साबित करने के लिए ज्यादा मौके नहीं मिलते. आपको कंसिस्टेंट होना पड़ता है और टीम के लिए एक अलग तरह के पैकेज के रूप में सामने आना होता है.
सहवाग जैसा कोई नहीं
विजय ने यहां सहवाग की तारीफ भी की और कहा कि, मैं उनकी बैटिंग का फैन हूं. जिस तरह सहवाग विरोधी टीम के गेंदबाजों की क्लास लगाते थे वैसा बल्लेबाज मैंने आज तक नहीं देखा है. सचिन और गंभीर के बाद अगर किसी ने सहवाग की बल्लेबाजी को पास से देखा था तो वो मुरली थे. मुरली ने आगे कहा कि, सहवाग ने भारतीय क्रिकेट के लिए जो किया है वो काबिल ए तारीफ है. उनका खेलने का तरीका बिल्कुल आसान था. गेंद देखो और उसे मारो.