भारतीय क्रिकेट टीम ने जिम्बाब्वे को आखिरी मुकाबले में हराकर पांच मैचों की टी20 सीरीज 4-1 से जीत ली. हरारे में खेले गए पांचवें मैच में टीम इंडिया को 42 रन से जीत मिली. उसने पहले बैटिंग करते हुए छह विकेट पर 167 रन का स्कोर बनाया. उसने यह स्कोर संजू सैमसन के अर्धशतक के बूते बनाया जिन्होंने एक चौके व चार छक्कों से 58 रन की पारी खेली. उनके अलावा शिवम दुबे ने 12 गेंद में 26 रन की पारी खेली. इसके जवाब में जिम्बाब्वे की बैटिंग फिर से पसर गई और 125 रन ही बना सकी. उसकी ओर से डियॉन मायर्स 34 रन के साथ सर्वोच्च स्कोरर रहे. भारत की ओर से मुकेश कुमार सबसे कामयाब तेज गेंदबाज रहे जिन्होंने 22 रन देकर चार विकेट लिए.
पांच मैच की सीरीज के पहले मुकाबले में युवा टीम इंडिया को 13 रन की करीबी हार झेलनी पड़ी थी. लेकिन इसके बाद शुभमन गिल की कप्तानी वाली टीम ने जोरदार वापसी की. उसने दूसरा मैच 100 रन, तीसरा 23 रन, चौथा 10 विकेट और आखिरी 42 रन से जीतकर सीरीज कब्जे में की.
भारत का टॉप ऑर्डर सस्ते में निपटा
टॉस हारकर पहले बैटिंग को उतरी भारतीय टीम में दो बदलाव हुए. ऋतुराज गायकवाड़ और खलील अहमद बाहर गए और इनकी जगह रियान पराग और मुकेश कुमार आए. यशस्वी जायसवाल (12) ने पारी का तूफानी आगाज किया और लगातार दो छक्के लगाए. इस दौरान जिम्बाब्वे के कप्तान सिकंदर रजा ने पहली ही गेंद नो बॉल फेंकी जिसका जायसवाल ने पूरा फायदा लिया. लेकिन पहले ओवर की पांचवीं गेंद पर ही वे बोल्ड होकर लौट गए. अभिषेक शर्मा ने एक चौके-छक्के से 14 रन बनाए तो शुभमन गिल ने दो चौकों से 13 रन बनाए. इससे भारत का स्कोर तीन विकेट पर 40 रन हो गया. लेकिन संजू सैमसन और रियान पराग ने मिलकर टीम को संभाला.
सैमसन की शानदार बैटिंग के बाद दुबे-रिंकू का धूमधड़ाका
दोनों ने शुरुआत में पिच को परखने में समय बिताया लेकिन आंखें जमने के बाद बड़े शॉट्स लगाए. सैमसन ने 20 गेंद खेलने के बाद छक्कों की बारिश कर दी और 40 गेंद में अर्धशतक लगाया. वे जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल में फिफ्टी लगाने वाले भारत के पहले विकेटकीपर बने. पराग हालांकि जूझते दिखे और एक छक्के से 22 रन बनाने के बाद आउट हुए. सैमसन एक चौके व चार छक्कों से 58 रन बनाकर वापस गए. आखिरी ओवर्स में शिवम दुबे (26) और रिंकू सिंह (11) के तेजतर्रार रनों से छह विकेट पर 167 का स्कोर बनाया. जिम्बाब्बे की ओर से ब्लेसिंग मुजरबानी 19 रन पर दो विकेट के साथ सबसे कामयाब बॉलर रहे.
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