क्रिकेट के मैदान कई हादसों के गवाह रहे हैं. कई बार यहां पर खिलाड़ी घायल हुए हैं तो ऐसे मौके भी आए हैं जब क्रिकेटर्स ने दम तोड़ दिया. न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर इवन चैटफील्ड उन खिलाड़ियों में से हैं जिन्होंने मैदान पर लगभग मौत के दर्शन कर लिए थे. समय पर मिले इलाज के चलते उनकी जान बची थी. सिर पर गेंद लगने के बाद उनकी खोपड़ी में फ्रैक्चर हो गया था और कुछ पलों के लिए दिल की धड़कन ने साथ छोड़ दिया था. लेकिन इंग्लैंड के फिजियो की मदद ने उन्हें बचा लिया. यह घटना चैटफील्ड के साथ डेब्यू टेस्ट में ही हो गई थी. बाद में उन्होंने कीवी टीम के लिए 43 टेस्ट और 114 वनडे मुकाबले खेले. आज वे 74 साल के हैं.
चैटफील्ड का डेब्यू इंग्लैंड के खिलाफ ऑकलैंड टेस्ट में था. तब बल्लेबाजों के हेलमेट चलन में नहीं आए थे. ऐसे में कीवी खिलाड़ी को इंग्लिश पेसर पीटर लीवर की बाउंसर झेलनी पड़ी. इससे उन्हें गहरी चोट लगी और खोपड़ी में फ्रैक्चर हो गया. साथ ही वे अपनी जीभ निगल गए थे. इसके बाद कुछ समय के लिए उनके दिल ने धड़कना बंद कर दिया था. लेकिन इंग्लैंड के फिजियो बर्नार्ड थॉमस ने उनकी जान बचाई. उन्होंने प्राथमिक उपचार देते हुए चैटफील्ड के दिल को फिर से एक्टिव किया. उन्हें अस्पताल ले जाया गया और यहां पर एक घंटे बाद उन्हें होश आया. इस तेज गेंदबाज ने फिर न्यूजीलैंड की ओर से 14 साल तक क्रिकेट खेला.
कैसा रहा इवन चैटफील्ड का प्रदर्शन
डेब्यू टेस्ट के बाद वे करीब एक साल बाद दोबारा न्यूजीलैंड टीम में आए. उनकी और रिचर्ड हैडली की जबरदस्त जोड़ी रही जिसने 10 साल तक बल्लेबाजों की नाक में दम किया. चैटफील्ड ने 43 टेस्ट में 123 विकेट लिए. 73 रन देकर छह विकेट उनका बेस्ट प्रदर्शन रहा. वहीं 114 वनडे में 140 शिकार उनके नाम रहे. यहां 34 पर पांच विकेट उनका सबसे अच्छी बॉलिंग रही. जब-जब न्यूजीलैंड जीती तब-तब इस खिलाड़ी ने कमाल की बॉलिंग की. इस दौरान उनका औसत 19 का रहा जबकि टीम के हारने वाले मैचों में उनकी औसत 58 की रही.
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