उमरान मलिक आईपीएल में तूफानी बॉलिंग के जरिए सुर्खियों में आए थे. उनकी 150 किलोमीटर प्रतिघंटे से ऊपर की रफ्तार ने कई उम्मीदें जगाई थी. लेकिन उमरान मलिक अब भारतीय टीम के सेलेक्शन के दायरे से बाहर हैं. वे आखिरी बार जुलाई 2023 में खेले थे और इसके बाद से उन्हें नहीं चुना गया है. भारतीय टीम के बॉलिंग कोच रहे पारस म्हाम्ब्रे ने इस युवा पेसर को लेकर कहा कि स्पीड उसकी ताकत रही है लेकिन कंट्रोल की कमी है. उसे गेंद पर नियंत्रण हासिल करने के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलना होगा.
उमरान आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलते हुए सुर्खियों में आए थे. आईपीएल 2022 में उन्होंने धूम मचाई थी. लेकिन पिछले सीजन में वे असरहीन रहे जिससे आईपीएल 2024 में ज्यादातर समय बेंच पर ही बैठे रहे. उन्होंने भारत की ओर से 10 वनडे और आठ टी20 इंटरनेशनल खेले. इनमें कुल 24 विकेट लिए.
उमरान के बारे में पारस महाम्ब्रे ने क्या कहा
मुझे लगता है कि टैलेंट पर आगे बढ़ना चाहिए. किसी के पास जबरदस्त स्पीड होना दुर्लभ बात है और आपको उसमें संभावना दिखती है. जब वह सामने आया तब 145-148 की रफ्तार से बॉलिंग करता था. मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो स्पीड गन पर 160 की रफ्तार देकर भावनाओं में बह जाते हैं क्योंकि मुझे लगता है कि यह वास्तविक नहीं है. रफ्तार उसकी ताकत है. वह निश्चित रूप से तेज था और लगातार 140 से ऊपर बॉलिंग कर रहा था. उस स्पीड पर लगातार बॉलिंग करना अच्छी बात है और उसने ऐसा किया है. लेकिन वह ऐसा कैसे करता है? टी20 में अगर आपके पास नियंत्रण नहीं है तो आप संघर्ष करते हैं. एक बार जब ऐसा करते हैं तो कप्तान का भरोसा खो देते हैं. इसलिए नियंत्रण जरूरी है और ऐसा रणजी ट्रॉफी खेलकर ही होता है. इसलिए हमने उस पर रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए जोर डाला था क्योंकि जब आप एक सीजन खेल जाते हैं तो अपनी काबिलियत को दर्शा पाते हैं.
उमरान ने जम्मू कश्मीर की ओर से अभी तक 12 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं. इनमें उन्हें 16 ही विकेट मिले हैं.
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