राहुल द्रविड़ का भारतीय क्रिकेट टीम के साथ मुख्य कोच के रूप में करियर टी20 वर्ल्ड कप फाइनल के साथ खत्म हो गया. टीम इंडिया का आईसीसी ट्रॉफी जीतने का सपना पूरा कर उन्होंने विदाई ली. वे 2021 टी20 वर्ल्ड कप के साथ इस भूमिका में आए थे. इससे पहले वे बेंगलुरु में नेशनल क्रिकेट एकेडमी के मुखिया की जिम्मेदारी निभा रहे थे. राहुल द्रविड़ के मुख्य कोच रहते भारत ने चार आईसीसी टूर्नामेंट खेले और टीम इंडिया तीन के फाइनल में पहुंची. टी20 वर्ल्ड कप 2022 ही ऐसा रहा जिसमें भारत सेमीफाइनल तक ही पहुंच सका. द्रविड़ ने मुख्य कोच के रूप में रवि शास्त्री की जगह भरी थी. उन्होंने 2021 टी20 वर्ल्ड कप के बाद पद छोड़ दिया था.
द्रविड़ का कार्यकाल पहले 2023 वर्ल्ड कप तक के लिए ही था. लेकिन बीसीसीआई ने इसे बाद में टी20 वर्ल्ड कप फाइनल तक बढ़ा दिया था. द्रविड़ का पहला असाइनमेंट 2021-22 का साउथ अफ्रीका दौरा रहा था. इसमें टीम इंडिया टेस्ट और वनडे दोनों में बुरी तरह हारी थी. लेकिन फिर द्रविड़ की कोचिंग में भारत ने लय पकड़ ली. टीम इंडिया ने 2022 में ऑस्ट्रेलिया में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल तक का सफर किया. उसे अंतिम-चार के मैच में इंग्लैंड ने 10 विकेट से धोया.
भारत टेस्ट सीरीज में जीत हासिल करते हुए लगातार दूसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई. हालांकि टीम इंडिया खिताब नहीं जीत सकी. ऑस्ट्रेलिया ने उसे पटखनी दी. इस तरह भारत का आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म रहा. इस बीच भारत के पास इंग्लैंड में 15 साल बाद टेस्ट सीरीज जीतने का मौका था वह भी छिन गया.
राहुल द्रविड़ ने भारत की कप्तानी भी की है. लेकिन तब भी आईसीसी ट्रॉफी में उन्हें निराशा मिली थी. उनकी कप्तानी में भारत 2007 वर्ल्ड कप के पहले ही दौर से बाहर हो गया था. यह भारत का इस टूर्नामेंट के इतिहास का सबसे खराब प्रदर्शन रहा. इसके बाद उन्होंने कप्तानी छोड़ दी थी.
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