Ranji Trophy: BCCI और जय शाह की चेतावनी के बाद भी नहीं माने इशान किशन और दीपक चाहर, नहीं खेलेंगे रणजी
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Ranji Trophy: इशान किशन, दीपक चाहर और श्रेयस अय्यर रणजी नहीं खेल रहे हैं
Ranji Trophy: जय शाह की चेतावनी के बावजूद तीनों ने रणजी मिस किया है
Ranji Trophy: बीसीसीआई और जय शाह ने उन खिलाड़ियों को चेतावनी दी थी जो टीम इंडिया में नहीं हैं और न ही रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) खेल रहे हैं. बीसीसीआई (BCCI) ने साफ कहा था कि अगर कोई खिलाड़ी टीम इंडिया का हिस्सा नहीं है तो उसे रणजी खेलना होगा और वो सीधे आईपीएल (IPL) में नहीं जा सकता. लेकिन इस चेतावनी के बावजूद इशान किशन (Ishan Kishan), दीपक चाहर (Deepak Chahar) और श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने रणजी मुकाबले मिस कर दिए हैं. विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन झारखंड के लिए डोमेस्टिक क्रिकेट खेलते हैं. लेकिन शुक्रवार से शुरू हुए फाइनल राउंड के मुकाबले उन्होंने मिस कर दिए.
इशान और चाहर ने रणजी खेलने से किया मना
इशान किशन ने जब टीम इंडिया से ब्रेक लिया तो उनका पूरा फोकस आईपीएल पर था. इशान इस दौरान हार्दिक पंड्या के साथ अभ्यास भी करते दिखे थे. ऐसे में इसके चलते ही बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के लिए रणजी ट्रॉफी खेलना जरूरी बताया था. बीसीसीआई ने साफ कहा था कि अगर खिलाड़ी रणजी खेलेंगे तभी वो आईपीएल के ऑक्शन पूल में जाने के लिए योग्य बनेंगे.
बता दें कि इशान किशन के अलावा दीपक चाहर और श्रेयस अय्यर ने भी रणजी का फाइनल राउंड मिस कर दिया है. अय्यर को हालांकि ग्रोइन और उनकी लोअर बैक में दिक्कत है. ऐसे में जिन तीन खिलाड़ियों को फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने के निर्देश दिए गए थे उसमें इशान के अलावा, चाहर और अय्यर थे. बता दें कि इशान की गैरमौजूदगी में फिलहाल कुमार कुशाग्र झारखंड के लिए विकेटकीपिंग कर रहे हैं.
जय शाह ने दी थी चेतावनी
बता दें कि इशान किशन ने साउथ अफ्रीका दौरे से ज्यादा ट्रैवल का कारण देकर ब्रेक लिया था. लेकिन बाद में पता चला कि वो मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पंड्या के साथ बड़ौदा में ट्रेनिंग कर रहे हैं. इसके बाद ही जय शाह ने राजकोट में निरंजन शाह स्टेडियम के अनावरण के मौके पर साफ कर दिया था कि बीसीसीआई कॉन्ट्रेक्ट वाले क्रिकेटर्स को घरेलू स्तर पर जाना होगा. उन्होंने कहा था कि, यह सीरियस मामला है. मैं कल लेटर लिखने वाला हूं और फोन पर सबको बताया जा चुका है. चीफ सेलेक्टर, कोच और कप्तान बोलेगा तो आपको रेड बॉल क्रिकेट खेलना ही पड़ेगा. यह बात सेंट्रली कॉन्ट्रेक्टेड प्लेयर्स पर लागू होती है. लेकिन एनसीए से जो सलाह आती है उसके मुताबिक कदम उठाए जाएंगे. मान लीजिए अगर किसी का शरीर साथ नहीं देता है तब हम रेड बॉल के चक्कर में सफेद गेंद क्रिकेट भी उसके हाथ से चला जाए ऐसा हम नहीं करेंगे. लेकिन जो रेड बॉल के लिए फिट हैं और जवान हैं उनके नखरे अब नहीं चलेंगे.
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