टीम इंडिया के टेस्ट स्पेशलिस्ट बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में मुंबई की टीम ने रणजी ट्रॉफी पर रिकॉर्ड 42वें बार कब्जा कर लिया है. जीत के बाद रहाणे ने पूरी टीम को श्रेय दिया और कहा कि उन्हें अपनी टीम पर शुरुआत से ही भरोसा था. मुंबई की टीम ने 8 साल बाद खिताब पर कब्जा जमाया है. मुंबई की टीम ने विदर्भ को पांचवें दिन 169 रन से हरा दिया. रहाणे के लिए हालांकि ये रणजी सीजन कुछ खास नहीं था और उन्होंने 8 मैचों में सिर्फ 218 रन ही बनाए जिसमें 73 रन फाइनल में आए जब उन्होंने मुशीर खान के साथ मिलकर 130 रन की साझेदारी की. इस साझेदारी उस वक्त आई जब मुंबई की टीम का स्कोर 34 रन पर 3 विकेट हो चुका था.
मेरे लिए टीम का जीतना सबसे अहम: अजिंक्य रहाणे
रहाणे ने भले ही बड़ा स्कोर नहीं बनाया लेकिन उनकी कप्तानी में मुंबई का जीतना बड़ी बात है. ड्रेसिंग रूम में रहाणे जैसे सीनियर खिलाड़ी का मौजूद रहना टीम के युवा खिलाड़ियों को मोटिवेट करने के लिए काफी था. जीत के बाद रहाणे ने बड़ा बयान दिया और कहा कि उतार- चढ़ाव खेल का हिस्सा है. मैंने कभी अपने बारे में नहीं सोचा है. मैं हमेशा टीम को पहले रखता हूं. मैं काफी खुश हूं कि मेरे कम स्कोर बनाने के बावजूद मेरी टीम जीत गई. ये एक ऐसा फेज है जिससे हर खिलाड़ी गुजरता है.
टीम इंडिया से बाहर हैं रहाणे
बता दें कि साल 2023 में वेस्टइंडीज दौरे के बाद रहाणे टीम से बाहर हो गए थे. ऐसे में उनसे रणजी में सेलेक्टर्स को उम्मीद थी कि वो बड़ा स्कोर बनाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और रहाणे फ्लॉप रहे. साल 2022-23 में भी रहाणे को साउथ अफ्रीका दौरे के दौरान टीम इंडिया के भीतर शामिल नहीं किया गया था. इसके अलावा इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की सीरीज में भी उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया था.
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