रोहित शर्मा ने बांग्लादेश के खिलाफ कानपुर टेस्ट में हाहाकर मचा दिया. वो भले ही 11 गेंदों पर 23 रन बना पाए, मगर अपनी इस पारी में उन्होंने साल 1948 में बने क्लब का दरवाजा तोड़ दिया है. उन्होंने अपनी तूफानी पारी में एक चौके और तीन छक्के लगाए. इस दौरान भारतीय कप्तान ने खास क्लब में एंट्री कर ली है. रोहित मेंस टेस्ट क्रिकेट की किसी पारी में अपनी पहली दो गेंदों पर छक्के लगाने वाले चौथे खिलाड़ी बन गए हैं.
बांग्लादेश को पहली पारी में 233 रन पर समेटने के बाद बल्लेबाजी के लिए उतरी भारतीय टीम को कप्तान रोहित और यशस्वी जायसवाल ने तूफानी शुरुआत दिलाई. दोनों छोर से दोनों ने तबाही मचाई. जायसवाल और रोहित ने चौके छक्कों की बारिश कर दी. दोनों की विस्फोटक बल्लेबाजी के कारण टीम इंडिया की फिफ्टी पारी की 18 गेंदों में ही पूरी हो गई. जो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज टीम फिफ्टी है.
जायसवाल की हैट्रिक
भारतीय पारी के पहले ओवर की सभी छह गेंदों का सामना जायसवाल ने किया. उन्होंने पहले ही ओवर में चौके की हैट्रिक लगा दी. दूसरे ओवर की पहली गेंद पर स्ट्राइक पर रोहित शर्मा आए. उन्होंने गेंदबाज खालेद अहमद का स्वागत लॉन्ग ऑन के ऊपर से छक्का लगाकर किया. अगली गेंद पर उन्होंने एक और छक्का लगा दिया. रोहित ने इस पारी में अपनी शुरुआती दो गेंदों पर छक्का लगाया. इसी के साथ भारतीय क्लब में उन प्लेयर्स के खास क्लब में एंट्री कर ली, जिन्होंने मेंस टेस्ट क्रिकेट पारी में अपनी शुरुआती दो गेंदों पर छक्के लगाए. वो ऐसा करने वाले दुनिया के पहले ओपनर भी हैं.
पारी की अपनी शुरुआती दो गेंदों पर छक्के लगाने वाले प्लेयर्स के क्लब में रोहित समेत चार खिलाड़ी हैं, जिसमें तीन भारतीय हैं. इस क्लब में सबसे ऊपर नाम फॉफी विलियम्स का है, जिन्होंने 1948 में जिम लेकर के खिलाफ अपनी पारी की शुरुआती दो गेंदों पर छक्के लगाए थे. उनके बाद सचिन तेंदुलकर, उमेश यादव और रोहित का नाम है. भारत के महान बल्लेबाज सचिन ने साल 2013 में नाथन लायन की गेंद और उमेश यादव ने 2019 में जॉर्ज लिंडे की गेंदों पर ऐसा कमाल किया था.
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