WTC Final Best of Three Format: विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल (World Test Championship Final) में लगातार दूसरी हार के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल्स और अगली बार फाइनल में पहुंचने पर कम से कम 20 से 25 दिन की तैयारी की पैरवी की. वहीं ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस (Pat Cummins) ने इस बयान से उलट बात कही है. उन्होंने कहा कि अभी जो फॉर्मेट है वह सही है. ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के लिए एक ही रेस चाहिए होती है. भारत को ऑस्ट्रेलिया ने ओवल पर विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में 209 रन से हराया. भारतीय टीम 2013 के बाद से कोई आईसीसी खिताब नहीं जीत सकी है.
दो साल पहले इंग्लैंड में ही डब्ल्यूटीसी फाइनल में उसे न्यूजीलैंड ने हराया था. तत्कालीन कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली ने भी बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल्स की वकालत की थी. बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल के लिए कम से कम एक महीने का समय चाहिए होता है. ऐसा अभी होना मुश्किल है. टी20 लीग्स के चलते क्रिकेट कैलेंडर काफी व्यस्त हो गया है. भारतीय कप्तान रोहित का भी यही मानना है.
रोहित ने डब्ल्यूटीसी फाइनल पर क्या कहा
रोहित ने कहा, ‘मैं भी बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल्स के पक्ष में हूं लेकिन क्या उसके लिए समय है. इस तरह के बड़े मैच में दोनों टीमों को उचित मौके मिलने चाहिये. तीन मैचों की सीरीज बेहतर होगी लेकिन उसके लिए विंडो तलाशनी होगी. लेकिन मैं ऐसा चाहूंगा. दो साल की मेहनत के बाद आपको बस एक ही मौका मिलता है. टेस्ट क्रिकेट की लय अचानक हासिल नहीं की जा सकती. अगले चक्र में अगर संभव हो तो बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल्स ही होना चाहिए.’
कमिंस का क्या रहा जवाब
जब ऑस्ट्रेलियाई के कप्तान पैट कमिंस से रोहित के बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं इस फॉर्मेट से खुश हूं. कोई शिकायत नहीं. आप 50 मैच की सीरीज खेल लीजिये लेकिन ओलिंपिक में स्वर्ण जीतने के लिए एक ही रेस दौड़नी होती है. ऑस्ट्रेलियन फुटबॉल लीग और नेशनल रग्बी लीग में भी यहीं होता है. यही खेल है.’
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