वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने पोर्ट ऑफ़ स्पेन की बेजान पिच पर टीम इंडिया (India vs West Indies) के गेंदबाजों को बेहाल कर डाला. दूसरे दिन वेस्टइंडीज ने जहां 41 ओवर में सिर्फ एक विकेट गंवाया. वहीं तीसरे दिन 67 ओवर के खेल में वेस्टइंडीज ने फिर से कछुए जैसी बल्लेबाजी का नजारा पेश किया और कुछ ज्यादा ही रक्षात्मक खेल दिखाया. जिससे वेस्टइंडीज ने भारत के खिलाफ तीसरे दिन के अंत तक कुल 108 ओवर के खेल में 5 विकेट पर 229 रन बनाए. जिससे भारत अभी भी पहली पारी में 438 रन बनाने के बाद 209 रन आगे है.
वेस्टइंडीज ने काफी डिफेंसिव खेला
इस तरह वेस्टइंडीज की बेजान पिच पर डिफेंसिव बल्लेबाजी देखकर भारत के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने तीसरे दिन के खेल की समाप्ति के बाद कहा कि पिच जहां काफी धीमी नजर आ रही है. वहीं बल्लेबाजी आसान लग रही है. इसके बावजूद वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने कुछ ज्यादा ही डिफेंसिव तरीका अपनाया. जब बल्लेबाज शॉट खेलने का प्रयास करता है तो विकेट के मौके बनते हैं. लेकिन उनकी तरफ से किसी बल्लेबाज ने शॉट ही नहीं लगाए. हमारे गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और उन्हें जो भी मौके मिले उसका पूरी तरह से फायदा उठाया है.
पिच ज़िंदा होनी चाहिए
मुंबई से आने वाले पूर्व तेज गेंदबाज ने आगे कहा कि पिच ज़िंदा होनी चाहिए. जिसमें गेंदबाजों और बल्लेबाजों के लिए बैलेंस होना चाहिए. डोमनिका की पिच में टर्न मौजूद था. लेकिन उनसे ज्यादा हमने हालात का लाभ उठाया. लेकिन इस पिच पर 20 विकेट लेना काफी मुश्किल भरा नजर आ रहा है.
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