टीम इंडिया के स्टार बैटर विराट कोहली ने रविवार को अपने बचपन के हीरो सचिन तेंदुलकर के वनडे में सबसे ज्यादा शतकों के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली. विराट ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपने करियर का 49वां शतक लगाया. कोहली ने कोलकाता की मुश्किल पिच पर 119 गेंद पर अपना शतक पूरा किया. नतीजा ये रहा कि, अंत में टीम इंडिया ने 243 रन से जीत हासिल कर ली. इस जीत के साथ टीम इंडिया पाइंट्स टेबल में पहले पायदान पर पहुंच गई है.
मैच के बाद विराट ने कहा कि, मेरे लिए ये बड़ा मैच था खासकर तब जब आप टूर्नामेंट की सबसे मजबूत टीम के साथ खेल रहे हो. मेरे अंदर अच्छा करने का मोटिवेशन था. क्योंकि ये मेरे जन्मदिन पर हो रहा था और मैं इसे स्पेशल करना चाहता था लेकिन लोगों ने मेरे लिए इसे और स्पेशल बना दिया. सुबह जब मैं उठा तो मैंने इस मैच को आम मैच की तरह ही लिया. बाहर से लोग इस मैच को काफी अलग तरीके से देख रहे थे.
मैं क्रिकेट को फिर से दोबारा खेल रहा हूं
हमारे ओपनर्स ने जब अच्छी शुरुआत दी तो हमें लगा कि सब अच्छा कर सकते हैं. लेकिन जैसे जैसे गेंद पुरानी हो रही थी, कंडीशन काफी धीमी हो गई थी. मैसेज साफ था कि मेरे आसपास आपको बल्लेबाजी करनी है. एक बार जब हम 315 के पार पहुंच गए तब हमें लगा कि ये अच्छा स्कोर है. मैं काफी एंजॉय कर रहा हूं, क्रिकेट को मैं एक तरह से दोबारा खेल रहा हूं. और फिलहाल मेरे लिए यही सबसे जरूरी है.
इस दौरान विराट कोहली ने ये भी कहा कि सचिन तेंदुलकर से प्रशंसा मिलना उनके लिए बहुत बड़ी बात है. विराट कोहली ने स्पष्ट कहा कि लोग तुलना करना पसंद करते हैं, लेकिन उन्हें पता है कि वो कभी सचिन तेंदुलकर की तरह नहीं खेल सकते. विराट कोहली ने कहा कि इसके पीछे कारण है कि लोग सचिन तेंदुलकर की तरफ क्यों देखते हैं. बता दें कि 24 वर्षों के करियर में सचिन तेंदुलकर ने अंतरराष्ट्रीय मैचों में शतकों का शतक लगाया.
ये भी पढ़ें :-