इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के इतिहास में विराट कोहली (Virat Kohli) इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने एक ही फ्रेंचाइज के लिए सभी 16 सीजन खेले हैं. कोहली ने अपने आईपीएल सफर की शुरुआत साल 2008 में की थी और तब से ये खिलाड़ी एक ही फ्रेंचाइज के लिए खेल रहा है. फ्रेंचाइज ने कोहली पर लगातार 16 साल तक भरोसा दिखाया है. विराट साल 2011 मेगा नीलामी से पहले इकलौते ऐसे खिलाड़ी थे जिन्हें फ्रेंचाइज ने रिटेन किया था.
कोहली ने इसके बाद बैंगलोर की तरफ से खेलते हुए अपना क्लास दिखाया और शानदार बल्लेबाजी के दम पर एक ऐसा नाम बनाया जो इस लीग के सबसे बड़े खिलाड़ियों की लिस्ट में आता है. शुरुआती संघर्ष के बावजूद आरसीबी ने विराट का समर्थन जारी रखा. कोहली आरसीबी के साथ साल 2008 से जुड़े हुए हैं. ऐसे में ऐसा नहीं है कि उन्हें दूसरी टीमों की तरफ से ऑफर नहीं आया. विराट को दूसरी फ्रेंचाइजियों ने भी ऑफर दिया और अपनी टीम के भीतर शामिल होने को कहा. लेकिन विराट ने हर ऑफर ठुकरा दिया.
मुझे ऑफर मिले लेकिन मैंने ठुकरा दिया: विराट
जियो सिनेमा से खास बातचीत में विराट कोहली ने कहा कि, उन्हें नीलामी में कई दूसरी फ्रेंचाइज से ऑफर मिले. दाहिने हाथ के बल्लेबाज ने जैसे ही साल 2011 वर्ल्ड कप के बाद व्हाइट बॉल फॉर्मेट में अपनी जगह पक्की की अलग अलग फ्रेंचाइजियों से ऑफर आने लगे. लेकिन विराट ने हर टीम को न कहा. विराट ने बताया कि, मैं उन फ्रेंचाइजियों का नाम नहीं लूंगा जिन्होंने उस दौरान मुझसे बात की थी. वो मेरी बात सुनने को तैयार नहीं थे. मैं उस दौरान 5वें-छठे नंबर पर खेल रहा था. मैंने 2011 में भारत के लिए खेला था और अच्छा प्रदर्शन किया था. ऐसे में रिटेंशन से पहले मुझे दूसरी फ्रेंचाइज ने कहा कि, क्या आप नीलामी में आ सकते हो? तो मैंने न कह दिया. मैं हमेशा उसी फ्रेंचाइज के साथ रहूंगा जो मेरा समर्थन करेगी.
बता दें कि कोहली को साल 2013 में टीम की फुल टाइम कप्तानी दे दी गई. इसके बाद वो साल 2021 तक टीम की कप्तानी करते रहे. साल 2021 आईपीएल में उन्होंने आरसीबी की कप्तानी छोड़ दी. कोहली फिलहाल फाफ डुप्लेसी के भीतर खेलते हैं. कोहली आईपीएल के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. विराट ने 7263 रन बनाए हैं और कहा जा रहा है कि रिटायरमेंट तक वो आरसीबी के साथ ही रहेंगे.