Champions Trophy: पाकिस्तानी बोर्ड हाइब्रिड मॉडल पर इन मांगों को लेकर ICC के सामने अड़ा, एक को सुनकर तो हंसी आ जाएगी!

Champions Trophy: पाकिस्तानी बोर्ड हाइब्रिड मॉडल पर इन मांगों को लेकर ICC के सामने अड़ा, एक को सुनकर तो हंसी आ जाएगी!
चंपियंस ट्रॉफी को लेकर मामला फंसा हुआ है.

Highlights:

भारतीय टीम सुरक्षा कारणों के चलते पाकिस्तान नहीं जा रही.

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 फरवरी-मार्च 2025 में प्रस्तावित है.

पाकिस्तान को 1996 के बाद किसी आईसीसी इवेंट की मेजबानी मिली है.

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आयोजन को लेकर पेंच फंसा हुआ है. भारतीय टीम के सुरक्षा कारणों के चलते जाने से इनकार के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल पाकिस्तान को साफ कर चुकी है कि हाइब्रिड मॉडल पर ही यह टूर्नामेंट होगा. लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इसमें टालमटोल कर रहा है. उसकी तरफ से पहले हाइब्रिड मॉडल को मानने से इनकार आया लेकिन कोई रास्ता नज़र नहीं आने पर वह इसे मानने को राजी दिख रहा है. आईसीसी और भारतीय क्रिकेट बोर्ड की तरफ से कड़ा रुख अपनाने के बाद वह कुछ मांगों को मनवाने का पैंतरा आजमाना चाहता है. पीसीबी की ओर से कुछ मांगे आईसीसी के सामने रखी गई हैं. इनमें से एक तो बचकानी सी लगती है.

पाकिस्तान बोर्ड की सबसे बड़ी मांग भारत में होने वाले आईसीसी इवेंट में भी हाइब्रिड मॉडल को रखने की है. उसका कहना है कि जब बीसीसीआई मेजबानी करे तब पाकिस्तान के मुकाबले भी न्यूट्रल वेन्यू पर हो. बीसीसीआई इस पर तीखे अंदाज में मना कर चुका है. उसकी तरफ से साफ कहा गया कि पाकिस्तान की तरह भारत में सुरक्षा का कोई मसला नहीं है. 2016 और 2023 में पाकिस्तानी टीम भारत में खेल चुकी है और उसे किसी तरह की दिक्कत नहीं हुई. ऐसे में पाकिस्तान की मांग कमजोर सी दिखी है.

पाकिस्तान मांग रहा आर्थिक मुआवजा

 

पाकिस्तान ने हाइब्रिड मॉडल को लेकर आर्थिक मुआवजा भी मांगा है. उसने भारत के मुकाबले दूसरे देश में कराने के बदले आईसीसी से पैसों की भरपाई चाही है. समझा जाता है कि इस मांग को माना जा सकता है. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तानी बोर्ड ने भारत और किसी दूसरे देश के साथ त्रिकोणीय सीरीज की मांग भी रखी है. उसने यह सीरीज यूएई में कराने की बात कही है. लेकिन इस बचकानी मांग पर आईसीसी और बीसीसीआई दोनों की तरफ से ही इनकार मिलना तय है.

भारत आईसीसी और एशियन क्रिकेट काउंसिल के टूर्नामेंट के अलावा किसी दूसरे इवेंट में पाकिस्तान से नहीं खेलता है. 2012 के बाद से तो दोनों के बीच द्विपक्षीय सीरीज ही नहीं हुई. इस लिहाज से त्रिकोणीय सीरीज होना असंभव सा है.

भारत से अलग ग्रुप में रखने की मांग

 

पाकिस्तानी बोर्ड की एक मांग यह भी है कि चैंपियंस ट्रॉफी में वह और भारत एक ही ग्रुप में न रखे जाएं. लेकिन इसे भी नहीं माना जाएगा. आईसीसी को इस मुकाबले से मोटी कमाई होती है. ब्रॉडकास्टर्स इस हाई प्रोफाइल मैच के लिए भारी भरकम रकम दांव पर लगाते हैं. ऐसे में वे भी इस मांग के लिए हामी नहीं भरेंगे.