भारत और न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल से पहले वर्ल्ड कप विनर ऑलराउंडर ने वनडे को खराब फॉर्मेट बताया है. इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर मोईन अली ने ICC को 'खराब नियम' बनाने के लिए दोषी ठहराया है, जिसके बारे में उनका मानना है कि यह नियम वनडे क्रिकेट के खत्म होने का कारण बन रहे हैं. मोईन ने टॉकस्पोर्ट क्रिकेट से कहा-
वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी को छोड़कर यह फॉर्मेट लगभग पूरी तरह से खत्म हो चुका है. यह खेलने के लिए सबसे खराब फॉर्मेट है और मुझे लगता है कि इसके कई कारण हैं.
उन्होंने बल्लेबाजों के एवरेज में वृद्धि के लिए नियमों को दोषी ठहराया. उनका मानना है कि नियम गेंदबाजों को बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखने से रोकते हैं. उन्होंने कहा-
मुझे लगता है कि नियम बहुत खराब हैं. (पहले पावरप्ले के बाद) मुझे लगता है कि अतिरिक्त फील्डर रखना विकेट लेने और किसी भी तरह का दबाव बनाने के लिए यह बहुत खराब नियम है. इसी वजह से अब खिलाड़ी वनडे क्रिकेट में 60-70 की औसत से रन बना रहे हैं.
जब आप किसी के खिलाफ गेंदबाजी कर रहे होते हैं और आप उस पर थोड़ा दबाव डालते हैं तो वह बस रिवर्स स्वीप करता है और सिंगल भी नहीं, बल्कि चौका मिलता है. बल्लेबाजों के पास हमेशा रन बनाने का विकल्प मौजूद रहता है.
वनडे क्रिकेट खत्म होने की वजह
इंग्लैंड की तरफ से वर्ल्ड कप जीत चुके मोईन अली ने दो नई गेंदों के इस्तेमाल के कारण रिवर्स स्विंग की कमी पर भी अफसोस जताया. हालांकि यह भी काफी दिलचस्प है कि इंग्लैंड ने अपना पहला वनडे वर्ल्ड कप तभी जीता था, जब फॉर्मेट में नियमों में बदलाव किया गया था. उन्होंने कहा-
इन सबके अलावा आपके पास दो नई गेंदें होती हैं, आप रिवर्स स्विंग खो देते हैं, सॉफ्ट गेंद को हिट करने की कला भी खो देते हैं. हर चीज हमेशा बीच में और क्रंची होती है और यह आपके बल्ले से उड़ती हुई आती है. मुझे लगता है कि इन्हीं कारणों से क्रिकेट खत्म हो गया है. 50 ओवर का क्रिकेट खत्म हो गया है.
मोईन ने वनडे क्रिकेट में आकर्षण की कमी की भी आलोचना की, लेकिन उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने की काफी संभावना देखी, क्योंकि दुनिया भर में टी20 फ्रेंचाइज लीगों में काफी पैसा दिया जाता है. उन्होंने कहा-
मुझे लगता है कि फ्रेंचाइज क्रिकेट दुखद रूप से सब कुछ खा रहा है और समस्या यह है कि जो पैसा वहां है और जो पैसा वहां फेंका जा रहा है. यह इतना अधिक है कि लोग इसे ठुकरा नहीं सकते. यह बहुत कठिन है.
मोईन ने आगे कहा-
संभवत कुछ खिलाड़ी अगले कुछ सालों में फ्रेंचाइज क्रिकेट खेलने के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे.
37 साल के मोईन अली ने इंग्लैंड के लिए 138 वनडे मैच खेले हैं और 24.27 की औसत से 2355 रन बनाए हैं, जिसमें तीन शतक और छह अर्धशतक शामिल हैं. उन्होंने 2014 में अपना वनडे डेब्यू किया. उनके नाम 111 विकेट भी है.
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