भारत के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने न्यूजीलैंड के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल से पहले खलबली मचा देने वाला बयान दिया है. शास्त्री का कहना है कि अगर भारतीय टीम को कोई हरा सकता है तो वह न्यूजीलैंड की टीम है. रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम इंडिया इस टूर्नामेंट में अभी तक अजेय है. वहीं न्यूजीलैंड को एक हार का सामना करना पड़ा था. ग्रुप स्टेज में भारत ने ही न्यूजीलैंड को हराया था.
शास्त्री ने भारत को प्रबल दावेदार बताया है, लेकिन कहा कि फायदा ज्यादा नहीं होगा, क्योंकि न्यूजीलैंड काफी मजबूत टीम है .भारतीय टीम ने अपने सारे मैच दुबई में खेले और सभी जीतकर फाइनल में पहुंची है. सेमीफाइनल में भारत ने आस्ट्रेलिया को हराया था. न्यूजीलैंड टीम ग्रुप ए में भारत के बाद दूसरे स्थान पर रही थी.न्यूजीलैंड ने लाहौर में सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका को मात दी. शास्त्री ने ‘द आईसीसी रिव्यू’ में कहा-
अगर भारत को कोई टीम हरा सकती है तो वह न्यूजीलैंड है. भारत प्रबल दावेदार है लेकिन बहुत ज्यादा फायदा नहीं है.
भारत और न्यूजीलैंड का सामना साल 2000 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भी हुआ था, जिसमें न्यूजीलैंड ने चार विकेट से जीत दर्ज की थी. शास्त्री ने न्यूजीलैंड के चार खिलाड़ियों का जिक्र किया जो फाइनल का रूख बदल सकते हैं. उन्होंने रचिन रविंद्र को काफी टैलेंटेड करार दिया, जबकि केन विलियमसन की ‘स्थिरता जैसे शांत स्वभाव’ की तारीफ की. उन्होंने कप्तान मिचेल सैंटनर को बुद्धिमान कप्तान और ग्लेन फिलिप्स को टीम का ‘एक्स फैक्टर’ बताया.
गेम चेंजर हैं विराट कोहली
शास्त्री ने विराट कोहली के मौजूदा फॉर्म को ‘गेम चेंजर’ करार दिया, जबकि निर्णायक पल में अच्छे प्रदर्शन के लिये विलियमसन की भी तारीफ की. उन्होंने कहा-
कोहली के मौजूदा फॉर्म की बात करें तो अगर ऐसे खिलाड़ियों को शुरुआती दस रन बना लेने दें तो बाद में वे लंबा खेलते हैं. विलियमसन हों या कोहली. न्यूजीलैंड के लिये मैं कहूंगा विलियमसन. कुछ हद तक रविंद्र भी जो शानदार युवा खिलाड़ी है.
शास्त्री ने कहा
जिस तरह से क्रीज में वह मूव करते हैं, मुझे बहुत पसंद है. उनके पास कई स्ट्रोक्स हैं. बड़े टूर्नामेंटों में शतक ऐसे ही नहीं बन जाते. वह बेहद प्रतिभाशाली है.
विलियमसन के बारे में उन्होंने कहा-
वह बहुत स्थिर है और शांत रहते हैं. वह अपने काम को लेकर बहुत संजीदा है. वह संत की तरह है मानो ध्यान में लगाते हो. लोग बड़े शॉट्स में यकीन करते हैं लेकिन वह प्रवाह के साथ पारी को आगे बढाते हैं.
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