भारत और इंग्लैंड के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज पर भारत ने कब्जा कर लिया है लेकिन टीम को अभी भी आखिरी मुकाबला खेलना है. दोनों टीमों के बीच ये मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा. इस दौरान रोहित शर्मा की फॉर्म वापसी हो चुकी है जबकि विराट कोहली अभी भी खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. रोहित शर्मा ने कटक के मैदान पर दूसरे वनडे में शतक ठोका और भारत को जीत दिलाई. जबकि विराट कोहली सिर्फ 5 रन बनाकर आउट हो गए. इस बीच अनिल सिंह के यूट्यूब चैनल 'क्रिकेट अड्डा' के यूट्यूब चैनल पर टीम इंडिया के पूर्व लेजेंड्री कप्तान कपिल देव ने मदन लाल के साथ बातचीत में बड़ा बयान दिया और बताया कि रोहित शर्मा और विराट की फॉर्म वापसी के लिए दोनों को क्या करने की जरूरत है.
द्रविड़- गावस्कर से मदद लें
कपिल देव ने कहा कि, देखिए जब रन नहीं बनते हैं तो चारो तरफ से दिक्कत है. लेकिन इस दौरान आपको अपने तरह के क्रिकेटर्स के साथ बैठकर बात करने की जरूरत है. आपको अपने पुराने वीडियो देखने की जरूरत है जिससे ये पता चलेगा कि आप क्या गलती कर रहे हो और आप पहले कैसे खेलते थे. 22 साल और 25 साल वाले रोहित और विराट को तो आप नहीं ढूंढ पाओगे लेकिन इससे आपको आत्मविश्वास मिलेगा. उम्र ढल रही है लेकिन आप क्रिकेट खेलना नहीं भूले हो. आपको सुनील गावस्कर और राहुल द्रविड़ से बात करने की जरूरत है. कोच शायद उनके लेवल के नहीं हैं लेकिन कई बार आपको बाहर वालों की भी सुननी चाहिए.
बता दें कि इंग्लैंड के खिलाफ कटक में रोहित का शतक उनके वनडे करियर का 32वां सैंकड़ा था. वह सबसे ज्यादा इंटरनेशनल शतक लगाने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं. उनके नाम 49 इंटरनेशनल शतक हो गए हैं. रोहित पिछली कई पारियों में रनों के सूखे से जूझ रहे थे. पिछली 16 पारियों में भारतीय कप्तान के बल्ले से महज 166 रन ही निकल पाए थे.
फॉर्म को लेकर उनकी लगातार आलोचना हो रही थी. यहां तक कि उन्हें संन्यास की भी सलाह मिलने लगी थी, मगर अब चैंपियंस ट्रॉफी से पहले फॉर्म में लौटकर उन्होंने आलोचकों को शांत करा दिया था. उन्होंने 90 गेंदों में 12 चौके और सात छक्के की मदद ये 119 रन बनाए.
वहीं विराट कोहली की बात करें तो कोहली के लिए चैंपियंस ट्रॉफी से पहले खुद को साबित करने का आखिरी मौका है. विराट कोहली के अगर बल्ले से रन निकलते हैं तो उनके 14000 वनडे रन पूरे हो सकते हैं. कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की 9 पारियों में 190 रन ही बना पाए थे. पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में शतक के अलावा वो पूरी सीरीज में एक फिफ्टी भी नहीं लगा पाए थे. इसके बाद वह दिल्ली के लिए रेलवे के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच खेलने उतरे. करीब 12 साल बाद वह घरेलू क्रिकेट खेलने मैदान पर उतरे थे, मगर घरेलू क्रिकेट में उनकी वापसी फीकी रही. वह सिर्फ छह रन ही बना पाए थे. घरेलू क्रिकेट में फीकी वापसी के बाद वह इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज खेलने उतरे. चोट की वजह से कोहली सीरीज का पहला मैच नहीं खेल पाए थे. दूसरे मुकाबले में उन्होंने वापसी की, मगर सिर्फ पांच रन ही बना पाए.
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