लेजेंड्री भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने उन लोगों को लताड़ लगाई है जिन्होंने भारत और न्यूजीलैंड के बीच सेमीफाइनल मुकाबले से पहले पिच पर सवाल उठाए थे. कई लोगों ने यहां तक कहा था कि भारतीय टीम मैनेजमेंट और बीसीसीआई ने जानबूझकर पिच बदल दी है जिससे स्पिनरों को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके. लेकिन पिच पर दोनों टीमों के प्रदर्शन ने दिखा दिया कि अंत में जिसने अच्छी क्रिकेट खेली जीत उसी की हुई. दोनों टीमों ने मिलकर इस पिच पर 700 से ज्यादा रन बनाए. वहीं स्पिनरों से ज्यादा पेसर्स ने सबसे ज्यादा विकेट लिए.
विराट कोहली, श्रेयस अय्यर और डेरिल मिचेल ने शतक ठोका. जबकि शुभमन गिल और केन विलियमसन ने अर्धशतक ठोका. इसके अलावा तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने 7 विकेट लेकर इतिहास रच दिया. ऐसे में दोनों टीमों के प्रदर्शन के बाद पिच को लेकर जब सुनील गावस्कर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, जिन लोगों ने पिच को लेकर सवाल उठाया था उन्हें जवाब मिला गया. खुद को लाइमलाइट में लाने के लिए टीम इंडिया पर हमला बोलना शुरू कर दिया.
पिच पर सवाल उठाने वाले मूर्ख हैं
गावस्कर ने आगे कहा कि, भारतीय टीम जब किसी बड़े टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचती है तो ये पूरे देश के लिए गर्व की बात होती है. टीम ने 400 के करीब रन बनाया. ऐसे में टीम के पास एक्स्ट्रा 70 से 80 रन थे. ये कमाल की पिच थी. और दोनों टीमों ने 700 से अधिक रन बनाए हैं. ये सभी मूर्ख जो कह रहे थे कि पिच भारतीय स्पिनरों की मदद के लिए बनाई गई है, उन्हें अब चुप हो जाना चाहिए और टीम पर हमला बोलना बंद करना देना चाहिए. ये बकवास है और अगर पिच बदली भी जाती तो टॉस के पहले बदली जाती. पिच को न तो टॉस के बाद और न ही मैच के बीच में बदला गया. आप वर्ल्ड कप टीम हो और आप उस पिच पर जीत चुके जिसपर आप खेले हो. ऐसे में पिच पर बारे में इन लोगों को बकवास करना बंद कर देना चाहिए.
पूर्व कप्तान ने ये भी कहा कि, अब अहमदाबाद पिच को लेकर भी चर्चा होने लगी है. मतलब दूसरे सेमीफाइनल से पहले ही पिच को लेकर सवाल उठ रहे हैं. बता दें कि पिच को लेकर विवाद की शुरुआत आईसीसी के पिच सलाहकार एंडी एटकिंसन से हुई थी. एटकिंसन ने कहा था कि मैनेजमेंट ने पिच बदली है. इसके अलावा माइकल वॉन ने भी कहा था कि सेमीफाइनल का मुकाबला फ्रेश पिच पर होना चाहिए.