अफगानिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज रहमानुल्लाह गुरबाज को इंग्लैंड के खिलाफ मैच के बाद आईसीसी से झाड़ पड़ी है. उन्हें अफगानिस्तान इंग्लैंड मैच के दौरान आईसीसी आचार संहिता के लेवल एक के उल्लंघन करने पर आधिकारिक रूप से डांट लगाई गई. गुरबाज के लिए यह अच्छी बात रही कि उन्हें आर्थिक तौर पर कोई जुर्माना नहीं लगा. 15 अक्टूबर को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में यह अफगान बल्लेबाज रन आउट हुआ था. इससे वह काफी खफा था और उन्होंने मैदान पर नाराजगी जाहिर करने के बाद सीमारेखा के पास कुर्सी पर बल्ला मारा था. यह घटना 19वें ओवर में हुई थी.
आईसीसी ने बताया कि गुरबाज ने खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के लिए बनी आचार संहिता के आर्टिकल 2.2 को तोड़ा है. यह आर्टिकल इंटरनेशनल मैच के दौरान क्रिकेट सामान या कपड़ों, मैदान के सामान के दुरुपयोग से जुड़ा है. गुरबाज ने कुर्सी और सीमारेखा पर बल्ला मारकर गलती की थी. गुरबाज को डांट के साथ ही एक डीमेरिट पॉइंट भी दिया गया. 24 महीने की अवधि में गुरबाज को पहली बार डीमेरिट पॉइंट मिला है.
लेवल 1 में क्या सजा होती है
मैदानी अंपायर्स रॉड टकर, शरफुदौला इब्ने शाहिद, थर्ड अंपायर पॉल राइफल और चौथे अंपायर पॉल विल्सन ने गुरबाज पर आरोप तय किए थे. अफगान खिलाड़ी ने इसे मान लिया. लेवल 1 के अपराध में कम से कम आधिकारिक डांट पड़ती है और अधिकतम 50 फीसदी मैच फीस कटौती और एक या दो डीमेरिट पॉइंट मिलते हैं.
अफगानिस्तान की इंग्लैंड पर जीत के हीरो थे गुरबाज
इस मुकाबले में अफगानिस्तान ने 69 रन से बाजी मारी थी. यह उसकी इंग्लैंड पर क्रिकेट इतिहास में पहली जीत थी. साथ ही वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान दूसरी बार विजयी हुआ. इंग्लैंड पर जीत से पहले उसने 2015 में स्कॉटलैंड को मात दी थी. इंग्लैंड पर जीत में गुरबाज हीरो रहे थे. उन्होंने ओपनिंग करते हुए 57 गेंद में आठ चौकों व चार छक्कों से 80 रन की पारी खेली. इससे अफगान टीम ने 284 रन का स्कोर खड़ा किया. इसके बाद मुजीब उर रहमान और राशिद खान के तीन-तीन विकेटों से उसने इंग्लिश टीम को 215 रन पर समेट दिया.
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