IND vs AUS मैच के बाद कुलदीप यादव का छलका दर्द, बोले- सब कहते थे स्पीड बढ़ाओ लेकिन...

IND vs AUS मैच के बाद कुलदीप यादव का छलका दर्द, बोले- सब कहते थे स्पीड बढ़ाओ लेकिन...
कुलदीप यादव

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कुलदीप यादव ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप के पहले मैच में डेविड वॉर्नर और ग्लेन मैक्सवेल के कीमती विकेट लिए.कुलदीप यादव ने 2021 में घुटने की सर्जरी कराई थी. इसके बाद उनका खेल बदल गया.

कुलदीप यादव ने पिछले एक साल में जबरदस्त गेंदबाजी की है और विकेटों की लाइन लगा दी. इस साल 17 पारियों में 16.31 की औसत और 4.68 की इकॉनमी से वे 35 विकेट ले चुके हैं. साल 2023 में उनसे ज्यादा विकेट किसी भारतीय ने नहीं लिए हैं. अगर कुलमिलाकर भी देखा जाए तो केवल नेपाल के संदीप लमिछाने 43 विकेट के साथ उनसे आगे हैं. कुलदीप यादव को बॉलिंग स्पीड बढ़ाने का फायदा मिला है. वर्ल्ड कप 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के पहले मुकाबले में भी इस चाइनामैन बॉलर की जोरदार बॉलिंग का नजारा दिखा.

 

कुछ साल पहले जब सफेद गेंद के क्रिकेट में कुलदीप यादव का खराब फॉर्म चल रहा था तो हर किसी ने उनसे यही कहा कि गेंद की रफ्तार कम है लेकिन किसी ने यह नहीं बताया कि उसे कैसे बढ़ाना है. उन्हें 2020 में कोरोना काल के दौरान यूएई में हुए आईपीएल में घुटने में चोट भी लगी. यह पूछने पर कि उन्होंने अपनी गेंदों में रफ्तार कैसे बढ़ाई जिससे पिछले 18 महीने में वनडे क्रिकेट में भारत के सबसे कामयाब गेंदबाज बने, कुलदीप ने कहा, ‘हर किसी ने मुझे कहा कि गेंद में रफ्तार की जरूरत है लेकिन किसी ने नहीं बताया कि वह कैसे किया जाए. स्पिन की मददगार पिच पर गेंद के घूने की स्पीड जरूरी कारक होता है. कई बार धीमे टर्न वाली पिच होती है, ऐसे में स्पीड में अंतर जरूरी हो जाता है.’

 

 

कुलदीप ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप के पहले मैच में डेविड वॉर्नर और ग्लेन मैक्सवेल के कीमती विकेट लिए. यह पूछने पर कि चेपॉक की पिच क्या धीमे गेंदबाजों की मददगार थी, कुलदीप ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता लेकिन मुझे अपनी गेंदों में गति बढ़ानी पड़ी. ग्लेन मैक्सवेल को समय नहीं मिला और इसी तरह से स्टीव स्मिथ को रवींद्र जडेजा ने आउट किया था. टर्न के साथ गेंद की गति भी अहम थी.’

 

 

कुलदीप ने कैसे बदली करियर की कहानी

 

कुलदीप के लिए 2021 में घुटने की सर्जरी के बाद का समय टर्निंग पॉइंट रहा. इस दौरान टीम इंडिया के पूर्व फिजियो आशीष कौशिक की एक सलाह उनके लिए उपयोगी साबित हुई. उन्होंने कहा, ‘जब मैं चोट से वापिस आ रहा था तो फिजियो आशीष कौशिक ने कहा कि दाहिने पैर पर कम वजन देना है. मैंने अभ्यास में भी वही किया और मैच हालात में मुझे फर्क पता चला. यह रातोंरात नहीं हुआ. लय दोबारा पाने में छह महीने लगे.’ यह पूछने पर कि क्या टूर्नामेंट में आगे तीन स्पिनरों के लिये जगह होगी, उन्होंने कहा, ‘पूरे टूर्नामेंट के बारे में पता नहीं लेकिन हमने देखा है कि चेन्नई में तीन स्पिनरों को उतारा जा सकता है.’

 

मैक्सवेल को कुलदीप ने सराहा

 

कुलदीप ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की ओर से मैक्सवेल ने अच्छी बॉलिंग की लेकिन उन्हें दूसरे छोर से एडम जैंपा से मदद नहीं मिली. उन्होंने कहा, 'अगर दूसरी टीम में तीन कमाल के स्पिनर होते तो हमारे लिए मुश्किल हो जाती. लेकिन उसे दूसरी तरफ से सहयोग नहीं मिला.वनडे में आपको स्टंप्स पर गेंद फेंकनी होती है और यह किसी भी स्पिनर के लिए जरूरी है. टेस्ट में थोड़ी बाहर गेंद की जा सकती है.'

 

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