भारत बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में जीत से सात विकेट दूर है. पर्थ में खेले जा रहे सीरीज के पहले मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 534 रन का टारगेट दिया. जिसके बाद कप्तान जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया को 12 रन पर तीन झटके दे दिए हैं. बुमराह 2.2 ओवर में एक रन पर दो विकेट और सिराज ने सात पर एक विकेट लिया. बुमराह और सिराज ने मिलकर नाथन मैकस्वीनी, कप्तान पैट कमिंस और मार्नस लाबुशेन को पवेलियन का रास्ता दिखाया. बुमराह ने मैकस्वीनी और लाबुशेन दोनों को बोल्ड किया. उस्मान ख्वाजा तीन रन पर नाबाद हैं और ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए अभी 522 रन बनाने हैं.
इससे पहले भारत ने छह विकेट पर 487 रन बनाकर अपनी दूसरी पारी घोषित की. जायसवाल और कोहली ने भारत की दूसरी पारी में शतक ठोककर ऑस्ट्रेलिया को परेशानी में डाल दिया. भारत की पहली पारी 150 रन पर सिमट गई थी, जिसके बाद गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को भी 104 रन पर ढेर करके मुकाबले को रोमांचक बना दिया. टीम इंडिया ने दूसरी पारी में पर्थ टेस्ट में जोरदार वापसी की. पहले जायसवाल ने 161 रन बनाए. फिर कोहली ने अपना एक साल का सूखा खत्म करते हुए शतक ठोका.
जायसवाल और राहुल के बीच बड़ी पार्टनरशिप
भारत ने 172/0 से आगे खेलते हुए तीसरे दिन की शुरुआत की और पहले ही सेशन में जायसवाल ने अपने टेस्ट करियर का चौथा शतक लगाया. ऑस्ट्रेलिया में ये उनका पहला टेस्ट मैच है और मेडन टेस्ट में उन्होंने शतक ठोक दिया. जायसवाल ने केएल राहुल के साथ मिलकर 201 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप की. इस पार्टनरशिप को मिचेल स्टार्क ने राहुल को 77 रन पर आउट करके तोड़ दिया. इसके बाद देवदत्त पडिक्कल भी जायसवाल का साथ नहीं दे पाए और 25 रन ही बनाए थे.
कोहली का शतक
272 रन पर दो विकेट गिरने के बाद जायसवाल को कोहली का साथ मिला और दोनों ने मिलकर भारत के स्कोर को 300 रन के पार पहुंचा दिया. जायसवाल को 161 रन पर मिचेल मार्श ने आउट किया. हालांकि इसके बाद ऋषभ पंत और ध्रुव जुरेल कोहली का साथ नहीं दे पाए. दोनों महज एक रन ही बना पाए. कोहली को वाशिंगटन सुंदर और फिर नीतीश कुमार रेड्डी का साथ मिला, जिसके दम पर भारत ने ऑस्ट्रेलिया को चुनौती दी. सुंदर ने 29 रन और नीतीश ने नॉटआउट 38 रन बनाए.
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