टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के हाथों 1-3 से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी गंवा दी. इस सीरीज के बाद भारतीय टीम की काफी आलोचना हो रही है.खराब फॉर्म के बावजूद विराट कोहली, रोहित शर्मा की टीम में जगह पर सवाल उठने लगे थे. अब भारत के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने बीसीसीआई से टीम में ‘सुपरस्टार क्लचर’ खत्म करने और खिलाड़ियों का चयन साख पर नहीं बल्कि पूरी तरह से प्रदर्शन के आधार पर करने का अनुरोध किया है. एक दशक में पहली बार भारतीय टीम की ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में हार के बाद हरभजन ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा
टीम में सुपरस्टार कल्चर बन गया है. हमें सुपरस्टार नहीं चाहिये, अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी चाहिये. टीम में अच्छे परफॉर्मर होंगे तो ही टीम आगे बढ़ेगी, जो भी सुपरस्टार बनना चाहता है, वह घर में रहकर वहीं क्रिकेट खेले. उन्होंने कहा-
अभी इंग्लैंड का दौरा आने वाला है. अब हर कोई बात करने वाला है कि उसमें क्या होगा, कौन टीम में रहेगा और कौन नहीं. मेरा मानना है कि यह सीधा मसला है. अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी ही टीम में रहने चाहिये; आप साख के आधार पर टीम नहीं चुन सकते
.
हरभजन ने आगे कहा-
अगर आप ऐसा करना चाहते हैं तो कपिल देव सर और अनिल भाई को भी ले जाइये. यहां बीसीसीआई और चयनकर्ताओं को सख्त होना होगा. सुपरस्टार तेवरों से टीम आगे नहीं जा सकती.
कोहली ने पांच टेस्ट की नौ पारियों में 190 रन बनाये. वहीं रोहित शर्मा ने तीन टेस्ट की पांच पारियों में कुल 31 रन बनाए. हरभजन ने कहा कि खराब फॉर्म से जूझ रहे क्रिकेटरों को किसी भी फॉर्मेट में खेलकर इंग्लैंड के टेस्ट दौरे के लिये अपनी उपयोगिता साबित करनी चाहिये.उन्होंने कहा-
टीम प्रदर्शन के आधार पर चुनी जाये. चाहे विराट कोहली हो, रोहित या कोई और. कोई खिलाड़ी टीम से बड़ा नहीं है भले ही उसे लगता हो कि वह बड़ा सुपरस्टार है. भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाना है तो कठिन सवाल पूछने होंगे.
उन्होंने कहा-
मैं यह नहीं कह रहा कि उन्हें बाहर कर दो, लेकिन खराब फॉर्म से जूझ रहे खिलाड़ियों को तभी चुना जाये जब उन्होंने इंग्लैंड दौरे से पहले कुछ क्रिकेट खेली हो.
हरभजन ने कहा-
विराट कोहली ने 2024 में 11 टेस्ट में 440 रन बनाये. औसत 23.15 रहा . वह बहुत बड़ा नाम है, इसलिये यह आंकड़ें अजीब लग रहे हैं. मैं भी हैरान रह गया. अगर आप एक युवा को मौका देंगे तो इतने रन तो वह भी बना लेगा.
उन्होंने यह भी कहा कि अगर जसप्रीत बुमराह नहीं होते तो भारत 0-5 या 0-4 से हारता. उन्होंने कहा-
बुमराह की गन्ने की तरह पिराई हुई है. ट्रेविस हेड आया तो बुमराह को गेंद दो, मार्नस आया तो बुमराह को गेंद दो, स्टीव स्मिथ आया तो बुमराह को गेंद दो. आखिर वह कितने ओवर फेंकेगे. उनकी कमर टूट गई है. टीम मैनेजमेंट को तय करना होगा कि आखिर वह कितने ओवर डालेगा.
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