भारत के स्टार टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने 44 की उम्र में एक बार फिर कमाल कर दिया है. उन्होंने अपने ऑस्ट्रेलियाई जोड़ीदार मैथ्यू एबडेन के साथ मियामी ओपन का मैंस डबल्स का खिताब जीत लिया है. इसी के साथ वो एटीपी मास्टर्स 1000 चैंपियन बनने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए हैं. उन्होंने अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा है. पिछले साल उन्होंने 43 की उम्र में इंडियन वेल्स का खिताब जीता था.
44 साल के बोपन्ना और एबडेन की जोड़ी ने फाइनल में शुरुआती सेट में पिछड़ने के बाद हार्ड रॉक स्टेडियम में क्रोएशिया के इवान डोडिग और अमेरिका के ऑस्टिन क्राजिसेक की जोड़ी के खिलाफ 6-7(3), 6-3, 10-6 से रोमांचक जीत हासिल की. इस जीत के साथ ही उन्होंने मैंस डबल्स रैंकिंग में टॉप रैंकिंग फिर हासिल कर ली है.
दो हार के बाद गंवा दिया था नंबर वन का ताज
दरअसल ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने के बाद वो एटीपी रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज होने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बने थे, मगर उसके बाद दुबई चैंपियनशिप के क्वार्टरफाइनल में मिली हार और इंडियन वेल्स मास्टर्स के राउंड 32 से बाहर होने से बोपन्ना डबल्स रैंकिंग में दूसरे स्थान पर खिसक गए थे.
बोपन्ना ने जीत के बाद कहा-
यह आश्चर्यजनक है. हम बड़े आयोजनों में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, हम इसी के लिए खेलते हैं. मैं मास्टर्स 1000 और ग्रैंड स्लैम में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं. उस रिकॉर्ड को बरकरार रखना और बाकी सभी को कड़ी टक्कर देना अच्छा है.
बोपन्ना का ये 14वां एटीपी मास्टर्स 1000 फाइनल था. वो लिएंडर पेस के बाद सभी नौ एटीपी मास्टर्स स्पर्धाओं का फाइनल खेलने वाले दूसरे भारतीय भी बन गए हैं.
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