महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल 2024 में चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेल रहे हैं. वे इस बार कप्तान नहीं है. माना जा रहा है कि धोनी का यह आखिरी आईपीएल सीजन हो सकता है. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान को लेकर कुछ दिलचस्प खुलासे किए हैं. उन्होंने बताया कि जब पहली बार उन्होंने धोनी को बैटिंग करते हुए सुना तो कैसा लगा, क्यों धोनी शुरुआती सालों में उनके पास नहीं बैठा करते थे और कैसे उन्हें भारतीय टीम की कप्तानी मिली.
सचिन तेंदुलकर ने कहा कि उन्होंने पहली बार एमएस धोनी को 2003-04 में बांग्लादेश दौरे पर देखा था. उन्होंने जियो इनसाइडर को बताया,
पहली बार मैंने उसे बांग्लादेश में देखा था. किसी एक मैच में उसने आखिर में एक या दो शॉट लगाए थे. जिस तरह की आवाज मैंने उसके बल्ले से सुनी तो फौरन सौरव (गांगुली) की तरफ घूमा और कहा कि दादा इसके बल्ले से आवाज कुछ अलग आ रही है. बड़े शॉट लगाने वालों में इस तरह की खूबी होती है और जब वे कनेक्ट करते हैं तो आपको लगता है कि यह दूर जाएगी लेकिन यह 10 कदम दूर जाती थी. मैंने उसकी बैटिंग में यह क्वालिटी देखी थी.
सचिन के साथ क्यों नहीं बैठते थे धोनी
सचिन ने बताया कि शुरुआती सालों में धोनी उनके साथ बैठकर प्लेन में सफर नहीं किया करते थे. वे दूसरी सीट पर बैठ जाया करते थे. उन्होंने बताया,
कुछ खिलाड़ियों ने मुझे बताया. ज्यादातर समय उसकी सीट फ्लाइट में मेरे पास हुआ करती थी लेकिन वह दूसरे खिलाड़ियों से इसे बदल देता था. कुछ साल वो मेरे बाजू में बैठा ही नहीं. बाद में एक दूसरे के पास बैठने लगे. मुझे पता नहीं था कि वह इतना शर्मीला था और इसी वजह से वह सीट बदला करता था.
सचिन क्यों बनाना चाहते थे धोनी को कप्तान
सचिन ने यह भी बताया कि उन्होंने 2007 में कप्तानी के लिए बीसीसीआई को धोनी के नाम की सिफारिश क्यों की थी. इस बारे में उन्होंने कहा,
बीसीसीआई ने 2007 में मुझे कप्तानी ऑफर की थी लेकिन मेरा शरीर खराब हालत में था. मेरा मानना था कि एमएस धोनी बहुत अच्छा है. उसका दिमाग स्थिर है, वह शांत है, वह सहज है और सही फैसले करता है. मैंने कप्तानी के लिए उसकी सिफारिश की.
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