Team all out on 32: सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में जो कभी नहीं हुआ था वो जम्मू कश्मीर और अरुणाचल के बीच मुकाबले में हो गया. इस मुकाबले में जम्मू के गेंदबाजों ने वो खेल दिखाया कि पूरी टीम 32 रन पर ऑलआउट हो गई. दोनों टीमों के बीच 20-20 ओवरों का मैच था लेकिन अरुणाचल की टीम पूरे 20 ओवर नहीं खेल पाई. इसका नतीजा ये रहा कि जम्मू की टीम ने 18 गेंदों पर ही मुकाबला जीत लिया और टूर्नामेंट इतिहास की सबसे बड़ी जीत अपने नाम कर ली. इससे पहले साल 2009 में झारखंड ने त्रिपुरा को 100 गेंद शेष रहते हराया था.
32 रन पूरी टीम ऑलआउट
बता दें कि दोनों टीमों के बीच ये मुकाबला मुंबई के शरद पावर क्रिकेट एकेडमी में खेला गया. अरुणाचल ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसाला किया लेकिन ये फैसला कुछ समय के भीतर पूरी तरह गलत साबित हुआ. अरुणाचल की पूरी टीम 9.1 ओवरों में 32 रन पर ढेर हो गई. यहां कोई भी बल्लेबाज 5 रन से ज्यादा नहीं बना पाया. जम्मू की तरफ से सबसे ज्यादा 4 विकेट आबिद मुश्ताक ने लिए. इस गेंदबाज ने 7 गेंदों पर 4 विकेट चटकाए. अरुणाचल के नाम इस हार के बाद एक बेहद शर्मनाक रिकॉर्ड हो चुका है. ये सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के इतिहास का दूसरा सबसे छोटा स्कोर हैं. इससे पहले साल 2009 में त्रिपुरा की टीम 30 रन पर आउट हो गई थी.
आबिद के अलावा जम्मू के लिए रसिक सलाम ने 1 विकेट, आकिब नबी ने 3 विकेट और युधवीर सिंह ने 2 विकेट लिए.
जम्मू ने 18 गेंदों पर जीता मैच
जम्मू की पारी की बात करें तो कामरान इकबाल और युधवीर सिंह ने पारी की शुरुआत की. दोनों ने टीम के स्कोर को 34 रन तक पहुंचाया और 18 गेंदों में ही मुकाबला खत्म कर दिया. अरुणाचल को ये हार लंबे समय तक याद रहेगा. कामरान ने 7 गेंदों पर 10 रन बनाए जिसमें उन्होंने 1 चौका ठोका. वहीं युधवीर ने 11 गेंदों पर 21 रन ठोके. इसमें उन्होंने 3 चौके और 1 छक्का लगाया.
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