मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने वाला कदम उठाया है. इसके तहत अगले सीजन से घरेलू क्रिकेट खेलने वाले प्लेयर्स को बीसीसीआई से मिलने वाली मैच फीस के बराबर रकम उसकी तरफ से भी दी जाएगी. मुंबई क्रिकेट के प्रेसीडेंट अमोल काले ने 23 मार्च को यह जानकारी दी. इसके तहत उनकी ओर से एमसीए की गवर्निंग काउंसिल में बीसीसीआई की मैच फीस की बराबरी का प्रस्ताव रखा गया. इसे सर्वसम्मति से मंजूर कर लिया गया. घरेलू क्रिकेट यह कदम रणजी ट्रॉफी की जरूरत को प्रमोट करने और लाल गेंद क्रिकेट को आगे बढ़ाने के तहत उठाया गया है.
काले ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा,
एमसीए अगले सीजन से हरेक खिलाड़ी को प्रति रणजी ट्रॉफी मैच के लिए अतिरिक्त मैच फीस देगा. हमें लगता है कि खिलाड़ियों को ज्यादा कमाना चाहिए, विशेष तौर पर उन्हें जो रणजी ट्रॉफी क्रिकेट खेलते हैं. हमारे लिए लाल गेंद क्रिकेट मतलब रखता है क्योंकि रणजी ट्रॉफी मुंबई में सभी लोगों के दिलों में स्पेशल जगह रखती है.
मुंबई ने हाल ही में 42वीं बार रणजी ट्रॉफी खिताब जीता है. उसने यह कामयाबी अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में हासिल की. मुंबई रणजी ट्रॉफी की सबसे कामयाब टीम है. एमसीए ने मुंबई टीम के लिए पांच करोड़ रुपये की इनामी राशि का ऐलान भी किया है. इतनी ही रकम बीसीसीआई की ओर से भी दी गई थी. एमएसीए सेक्रेटरी अजिंक्य नाइक ने इस बारे में कहा,
बीसीसीआई की फीस की बराबरी और अतिरिक्त सपोर्ट देने से अपेक्स काउंसिल युवा क्रिकेटर्स को आगे बढ़ने और स्किल्स को निखारने के लिए उचित माहौल तैयार हो सकेगा.
बीसीसीआई ने 2021 में फर्स्ट क्लास क्रिकेट की मैच फीस में बदलाव किया था. इसके तहत 1-20 मैच खेलने वालों को हर दिन के 40 हजार, 21-40 मैच वालों को 50 और 50 से ज्यादा मैच वालों को 60 हजार रुपये प्रति दिन के मिलते हैं. इसलिए अगर मुंबई के एक खिलाड़ी को रणजी मैच के 2.40 लाख रुपये मिलते हैं तो अगले सीजन से उसे 4.80 लाख रुपये मिलेंगे.
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