अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) की मुंबई के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के मुकाबले के लिए एक ही स्टेट की दो अलग अलग टीमों के पहुंचने से बवाल मच गया है. इस बवाल में एक पदाधिकारी का सिर तक फोड़ दिया गया. मुंबई को मोइनुल हक स्टेडियम में बिहार के खिलाफ अपना अभियान शुरू करना था. मुंबई के खिलाफ मुकाबले में दो टीम स्टेडियम पहुंची. बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष और सस्पेंड सचिव की तरफ से चुनी गई दोनों टीमों ने बिहार की टीम होने का दावा किया. इसके चलते माहौल काफी खराब हो गया था. काफी देर बहस चली और काफी बवाल के बाद अध्यक्ष की चुनी गई टीम मैदान पर उतरी.
BCA अध्यक्ष राकेश तिवारी और सचिव अमित कुमार दोनों का कहना था कि उनकी चुनी टीम असली है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार अध्यक्ष का कहना है कि उन्होंने मेरिट के आधार पर टीम चुनी और वो सही टीम है. टीम में आईपीएल में चुने गए साकिब हुसैन है तो 12 साल के टैलेंटेड खिलाड़ी वैभव भी है. दूसरी टीम को सचिव ने चुना है, जो सस्पेंड है. इसीलिए वो असली टीम नहीं हो सकती. वहीं सचिव अमित ने निलंबन को चुनौती देते हुए कहा कि उन्होंने चुनाव जीता है और वो ऑफिशियल सेकेट्ररी हैं. एक सेकेट्ररी को सस्पेंड नहीं किया जा सकता. एक अध्यक्ष कैसे टीम चुन सकता है. अमित ने कहा कि क्या कभी बीसीसीआई प्रेसीडेंट रोजर बिन्नी ने टीम का ऐलान किया है.
OSD पर जानलेवा हमला
BCA अध्यक्ष राकेश तिवारी ने बाद में एक प्रेस रिलीज जारी करके निलंबित सचिव अमित पर फर्जी टीम के आने और गेट पर ऑफिशियल पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया. रिलीज में कहा गया है कि फर्जी टीम में शामिल लोगों ने OSD मनोज कुमार पर जानलेवा हमला किया. हमला करने वाले लोगों की पहलचान कर ली गई है और उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. दूसरी टीम को एंट्री नहीं मिलने के बाद पुलिस ने उन्हें बस में बैठाकर भेज दिया. जिसके कुछ देर बाद कुछ अज्ञात लोगों ने पत्थर से OSD पर हमला कर दिया और उनका सिर फोड़ दिया गया.