अभिमन्यु ईश्वरन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के 2024-25 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा थे और वह इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज के लिए भी भारतीय टीम के साथ गए थे, लेकिन उन्हें किसी में भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला. बंगाल के 29 साल के दाएं हाथ के बल्लेबाज को हाल में समाप्त हुई सीरीज के पांचवें और आखिरी टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ मौका मिलने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन भारतीय टीम मैनेजमेंट ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया और मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट मैच में बेंच में बैठाने के बाद करुण नायर को फिर से टीम में शामिल कर लिया.
मेरा बेटा दलीप ट्रॉफी की तैयारी के लिए बेंगलुरु जाएगा. वह वहां 10-12 दिन बिताएगा, कुछ दिन देहरादून लौटेगा और फिर वापस चला जाएगा. पांचवें टेस्ट के लिए ना चुने जाने पर वह परेशान था. उसे इसी बुलावे का इंतजार था. मैंने उससे कहा कि बेटा तुमने अपना सपना जी लिया. उसने जवाब दिया कि मैं समझता हूं. मैं 23 साल से अपना सपना जी रहा हूं और एक-दो मैचों के लिए ना चुने जाने से वह टूट नहीं जाएगा.
वह बहुत नाराज था, क्योंकि उसका चयन नहीं हुआ था. जब मैंने उसे फोन किया, तो उसने कहा कि पापा, मुझे अभी तक जगह नहीं मिली है. रंगनाथन ने कहा कि उनका बेटा इंग्लैंड में मौका ना मिलने से निराश था, लेकिन हेड कोच गौतम गंभीर ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भविष्य में उसे मौका मिलेगा.
रंगनाथन ने आगे कहा-
गौतम गंभीर ने जब मेरे बेटे से बात की, तो उसे भरोसा दिलाया कि देखो तुम अच्छा काम कर रहे हो. तुम्हें मौका मिलेगा. तुम्हें लंबा मौका मिलेगा. मैं तुम्हें एक-दो मैच के बाद बाहर नहीं कर दूंगा. मैं तुम्हें लंबा मौका दूंगा. मेरे बेटे ने मुझे यही बात बताई. पूरी कोचिंग टीम ने उसे भरोसा दिलाया कि उसे उसका हक मिलेगा. उसे लंबा मौका मिलेगा. मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कह सकता. मेरा बेटा चार साल से इंतजार कर रहा है. उसने 23 साल कड़ी मेहनत की है.
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ईश्वरन को वेस्टइडीज के खिलाफ भारत के दो घरेलू टेस्ट मैचों की सीरीज में मौका मिलता है या नहीं. भारत और वेस्टइंडीज के बीच 2 से 14 अक्टूबर के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जाएगी.