भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने पिछले दिनों बेंगलुरु में अपने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए स्पिन बॉलिंग की पोस्ट की वैकेंसी निकाली थी. इसके लिए कुछ बड़े नामों ने अप्लाई किया है. इनमें पूर्व क्रिकेटर सुनील जोशी भी शामिल हैं. उन्होंने साईराज बहुतुले के हटने से खाली हुई जगह को भरने के लिए दावा पेश किया है. 54 साल के जोशी अभी आईपीएल फ्रेंचाइज पंजाब किंग्स के साथ हैं. यहां पर वे टीम के स्पिन बॉलिंग कोच हैं. बहुतुले ने राजस्थान रॉयल्स के साथ काम करने के लिए इस्तीफा दे दिया था.
जोशी ने भारत के लिए 1996 से 2002 के बीच 15 टेस्ट और 69 वनडे मुकाबले खेले. उनके पास कोचिंग का ठीकठाक अनुभव है. वे आईपीएल के अलावा घरेलू क्रिकेट में उत्तर प्रदेश के कोच रहे हैं. वहीं बांग्लादेश पुरुष टीम के साथ स्पिन बॉलिंग कंसल्टेंट के रूप में काम कर चुके हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि जोशी ने ऑनलाइन इंटरव्यू दिया. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के हेड वीवीएस लक्ष्मण, सेलेक्शन कमिटी के मुखिया अजीत अगरकर और क्रिकेट ऑपरेशंस के जनरल मैनेजर एबी कुरुविला ने उनका इंटरव्यू लिया.
जोशी के अलावा इन सूरमाओं ने भी दिया इंटरव्यू
जोशी के अलावा अंडर 19 महिला टीम की कोच नूशीन अल खदीर, गुजरात व सौराष्ट्र के पूर्व स्पिनर राकेश ध्रुव और विदर्भ के लिए खेले प्रीतम गंधे ने भी इंटरव्यू दिया है. खदीर ऑफ स्पिनर रही हैं और उन्होंने भारत के लिए पांच टेस्ट व 78 वनडे मुकाबले खेले. वह कुछ सालों तक पहले एनसीए सेटअप का हिस्सा रही हैं. वहीं ध्रुव ने गुजरात और सौराष्ट्र के लिए घरेलू क्रिकेट खेला है. वह बाएं हाथ के फिरकी गेंदबाज रहे हैं. गंधे ऑफ स्पिनर रहे हैं.
जोशी का पलड़ा भारी
पीटीआई ने बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से लिखा, 'जाहिर है सुनील जोशी के पास बाकी सभी उम्मीदवारों की तुलना में सबसे अच्छा सीवी है. नूशिन की बात करें तो बीसीसीआई अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और घरेलू एज लेवल की महिला क्रिकेटरों के लिए समर्पित कर्मचारियों के साथ एक विस्तृत महिला विंग भी बनाने जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का अनुभव काफी मायने रखता है और सुनील इंटरव्यू के लिए उपस्थित होने वालों में एकमात्र (पुरुष) टेस्ट क्रिकेटर हैं. उन्हें टॉप लेवल की टीमों के साथ कोचिंग का भी अच्छा अनुभव है. उन्होंने कई फर्स्ट क्लास टीमों को कोचिंग दी है, आईपीएल में कोचिंग टीम का हिस्सा रहे हैं और सीनियर पुरुष अंतरराष्ट्रीय टीम को भी कोचिंग दी है. वह बेंगलुरु से हैं, जो बहुत मायने रखता है. ध्रुव की उम्मीदवारी को भी खारिज नहीं किया जा सकता है क्योंकि उन्होंने सौराष्ट्र और गुजरात के लिए बहुत क्रिकेट खेला है.’