भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने 2024-25 के सीजन के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट जारी कर दिया. इसमें 34 खिलाड़ियों को शामिल किया गया है. चार खिलाड़ी ए प्लस कैटेगरी में रखे गए हैं. इन्हें साल के सात करोड़ रुपये मिलेंगे. ए कैटेगरी में छह क्रिकेटर हैं जिन्हें सालाना पांच करोड़ मिलने हैं. बी कैटेगरी में सालाना तीन करोड़ रुपये मिलते हैं और इस लिस्ट में पांच खिलाड़ी हैं. सी कैटेगरी में सर्वाधिक 19 नाम हैं और इन्हें एक करोड़ रुपये मिलने हैं. पिछले साल इसमें 17 खिलाड़ी थे. बीसीसीआई ने टी20 इंटरनेशनल छोड़ चुके विराट कोहली, रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा को ए प्लस में बरकरार रखा गया है. वहीं श्रेयस अय्यर और इशान किशन की वापसी हुई है. दिलचस्प बात यह है कि पिछले एक साल में कोई इंटरनेशनल मैच नहीं खेलने वाले इशान को सी कैटेगरी में रखा गया है. इस बारे में काफी सवाल है.
बीसीसीआई एक साल पहले के खेल के आधार पर सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट देता है. इसका मतलब है कि जसप्रीत बुमराह के साथ रोहित, कोहली और जडेजा एक साल पहले तक तीनों फॉर्मेट में भारत के लिए खेला करते थे. समाचार एजेंसी पीटीआई को एक बीसीसीआई अधिकारी ने बताया, ताजा सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट की अवधि 1 अक्टूबर 2024 से 30 सितंबर 2025 के लिए है. लेकिन खिलाड़ियों के खेल की समीक्षा की अवधि 1 अक्टूबर 2023 से 30 सितंबर 2024 रही. कोहली, रोहित, जडेजा ने जून 2024 में टी20 वर्ल्ड कप खेला था. उस समय वे तीनों फॉर्मेट के स्थायी खिलाड़ी थे. इस वजह से उन्हें ए प्लस में होना था.
इशान किशन को बिना खेले मिल गया कॉन्ट्रेक्ट?
ए प्लस में सभी फॉर्मेट खेलने वालों को रखा जाता है. वहीं ए कैटेगरी में टेस्ट खेलने वालों के साथ ही बाकी दो फॉर्मेट में खेल सकने वाले रहते हैं. बी कैटेगरी में वे खिलाड़ी होते हैं जो कम से कम दो फॉर्मेट में स्थायी रूप से खेलते हैं. सी कैटेगरी में एक फॉर्मेट खेलने वाले और नए खिलाड़ियों को जगह दी जाती है. वहीं इशान को इस वजह से कैटेगरी सी में रखा गया क्योंकि उन्होंने 2023-24 के बीच भारत के लिए दो वर्ल्ड कप मैच और कुछ टी20 मुकाबले खेले थे. वहीं सूर्यकुमार यादव अभी एक ही फॉर्मेट खेलते हैं लेकिन जिस अवधि के प्रदर्शन के हिसाब से समीक्षा हुई तब वे टी20 के साथ ही वनडे की टीम इंडिया में खेलने के दावेदार थे.